देहरादून कांजी हाउस में गौमाता की बेहाली और बेकद्री का मुद्दा सियासी घमासान में बदल गया है। इस मामले को लेकर मेयर सुनील उनियाल गामा और कांग्रेस आमने सामने हैं। मेयर का दावा है कि कांग्रेस ने जो वीडियो कांजी हाउस के जारी किए वो पुराने हैं। इसी पर अब सियासी संग्राम तेज हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने मेयर के बयान पर पलटवार किया है। गरिमा ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने का ऐलान भी किया है।
मेयर को कांग्रेस प्रवक्ता की चुनौती
गरिमा दसौनी ने कहा कि मेरी चुनौती है नगर निगम प्रशासन और महापौर सुनील उनियाल गामा को की अगर हिम्मत है तो गौशाला को सुधारिए उल्टा यह आरोप मढ़ने से की वीडियो और फोटो पुराने हैं कुछ भला नहीं होने वाला । हां जो वीडियो फोटो मैंने जारी की है उनमें से 10% 2021-22 के भी हैं लेकिन वह सिर्फ इसलिए जारी किए ताकि जनता को सनद रहे की कांजी हाउस में यह खेल कितने समय से चल रहा है। मैं आज भी नगर निगम प्रशासन को चुनौती देती हूं कि वह मेरा फोन खंगाल सकते हैं मेरे द्वारा भेजे गए 90% वीडियो और फोटो कल के ही है और फेसबुक लाइव के माध्यम से भी दूध का दूध पानी का पानी हो रहा है।
जनता को यह भी बताना जरूरी था की कांजी हाउस में गौ माताओं की यह दुर्दशा बहुत पुरानी है और तो और महापौर सुनील उनियाल गामा और नगर निगम प्रशासन उल्टा और ज्यादा संदेह के घेरे में आते है जब वह इन्हें 2021-22 का बताते है इसका अर्थ यह निकलता है कि कांजी हाउस में गौ माताओं की दयनीय दशा लंबे समय से चली आ रही है।
आपके आरोप आप ही को कटघरे में खड़ा करते हैं
आपको याद दिला दूं गामा जी 2021 में महापौर भी आप थे और सरकार भी आपकी ही थी ऐसे में गौ माताओं की यह दुर्दशा चाहे 2021 में हो या 2023 में इसको न्याय संगत कैसे ठहराया जा सकता है? मैंने तो फेसबुक लाइव किया है और सबको पता है उसमे छेड़ खानी की कोई गुंजाइश नहीं ।
एक बात और बता दूं मेरे साथ मीडिया बंधु भी थे उनके नाम पते आप जहां कहेंगे जब कहेंगे दे दूंगी। बेशर्मी की हद है गलती स्वीकारने के बजाय नगर निगम प्रशासन और महापौर गामा उल्टा मुझ पर आरोप लगा रहे हैं। मैं कल देहरादून कप्तान से मुलाकात कर नगर निगम प्रशासन और कांजी हाउस केदारपुरम के कर्मचारियों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत गौ हत्या का मुकदमा दर्ज करूंगी।
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