उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने अल्मोड़ा के सल्ट में एक नाबालिग लड़की से बीजेपी के मंडल अध्यक्ष पर लगे रेप के आरोप को लेकर हमला बोला है। माहरा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा सरकार ने पूरे देश में अपने नेताओं को महिलाओं के साथ बलात्कार, उत्पीड़न, छेडछाड़ एवं अत्याचार करने का लाइसेंस दे दिया है। उन्होंने कहा सरकार ने महिलाओं के साथ बलात्कार, उत्पीड़न और अत्याचार करने की पूरी छूट दी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक कुलदीप सैंगर द्वारा एक गरीब परिवार की महिला के साथ किये गये बलात्कार का जिक्र करते हुए कहा कि महिला के परिवार एवं रिस्तेदारों के साथ उक्त विधायक ने क्या हस्र किया वह किसी से छुपा नही है।
इनके ही पूर्व सासंद ब्रजभूषण सिंह द्वारा किस तरह महिला पहलवानों का शोषण किया गया वह पूरे विश्व ने देखा परन्तु आजतक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। पूर्व गृह राज्य मंत्री चिन्मयानन्द को खुलेआम महिलाओं के साथ नग्न अवस्था में पूरे देश ने देखा परन्तु आजतक कोई ठोस कार्रवाई ना होने के कारण खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा के पौत्र प्रज्वल रेवन्ना के लगभग 200 से ज्यादा अश्लील वीडियो वायरल हुए परन्तु आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इतना सब होने केे बावजूद भी प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के दौरान खुलेआम रेवन्ना का प्रचार करते रहे और उसे सह देते रहे जैसे रेवन्ना को खुलेआम महिलाओं का शोषण करने का लाइसेंस दिया हो। उन्होंने कहा कि इन दस वर्षों में मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार में रिकॉर्ड अत्याचार और अन्याय महिलाओं के साथ हुए है उन्हें भुलाया नही जा सकता है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे केन्द्र सरकार ने इन्हें खुली छूट दी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड भाजपा के पूर्व विधायक महेश नेगी द्वारा अपने ही क्षेत्र के एक महिला के साथ बलात्कार का मामला किसी से छुपा नहीं है परन्तु बड़ा रसूक रखने वाले विधायक की रिपोर्ट कराने के लिए महिला को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी। उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश के बावजूद आजतक विधायक का डीएनए टेस्ट नही हो पाया है, इसे सरकार का संरक्षण ना कहें तो क्या कहें?
करन माहरा ने कहा कि अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड को जिस तरह से भाजपा के नेताओं द्वारा अंजाम दिया गया यह सबके सामने आया है आज भी उनके माता-पिता न्याय को तडफ रहे हैं। दिनांक 27 अगस्त, 2024 को जनपद उधमसिंहनगर के रूद्रपुर में एक नर्स के साथ बलात्कार के बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी गई और एसएसपी रूद्रपुर द्वारा जो बयान दिया वह हतप्रभ करने वाला था परन्तु सरकार ने आजतक कोई कार्यवाही नही की है। इसी प्रकार जनपद हरिद्वार के सोहलपुर निवासी तसलीम नामक व्यक्ति पर पुलिस द्वारा गोकशी में शामिल होने का झूठा आरोप लगाया गया, जबकि वह अपनी छोटी बहन जो कि माधोपुर रहती है, के घर से वापस अपने घर आ रहा था। स्थानीय पुलिस द्वारा तसलीम के साथ बिना कारण मारपीट की गई तथा पुलिस की प्रताड़ना से बचने के लिए उक्त तसलीम नामक युवक तालाब में कूद गया जिससे उसकी जान चली गई।
उत्तराखंड में महिलाएं महफूज नहीं- माहरा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज प्रदेश में महिलाओं पर लगातार अत्याचार की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। अंकिता भंडारी हत्याकांड से लेकर बहादराबाद में 14 वर्षीय नाबालिग के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना हो या आईएसबीटी देहरादून में नाबालिग अल्पसंख्यक बेटी के साथ सामूहिक दुराचार और रूद्रपुर में अल्पसंख्यक महिला नर्स के साथ बलात्कार के बाद हत्या की घटना तथा उत्तरकाशी जनपद में चार नाबालिग दलित बेटियों के साथ बलात्कार की घटनायें, स्वयं मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र चम्पावत में उन्हीं के मण्डल अध्यक्ष द्वारा नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ की घटना हुई हैं जो मानवता को शर्मशार तथा देवभूमि को कलंकित करने वाली घटनायें हैं परन्तु आज तक महिला आयोग की अध्यक्ष ने इन घटनाओं में पीडितों की सुध लेने की चेष्टा तक नहीं की जो स्पष्ट रूप से यह दर्शाता है कि अल्पसंख्यकों एवं दलितों के मामलों के लिए सरकार के मापदंड अलग-अलग हैं। इसी प्रकार रूद्रपुर के मदरसे में मौलवी द्वारा बच्चियों के साथ की गई घटना भी चिंताजनक एवं शर्मसार करने वाली घटना है जो काफी दुःखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। महिलाओं के साथ लगातार घट रही घटनाओं से महिलाएं एवं अल्पसंख्यक समाज अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है।
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