17 September 2025

Pahad Ka Pathar

Hindi News, हिंदी समाचार, Breaking News, Latest Khabar, Samachar

बाबा बागेश्वर की बढ़ेगी मुश्किल! 15 दिन में माफी मांगने का अल्टीमेटम!

बाबा बागेश्वर की बढ़ेगी मुश्किल! 15 दिन में माफी मांगने का अल्टीमेटम!

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री विवाद में घिर गए हैं। बाबा पर महिलाओं के अपमान का आरोप लगा है और उन्हें एक कानूनी नोटिस भी भेजा गया है।

उत्तराखंड की तुलसी बिष्ट ने भेजा नोटिस

बाबा बागेश्वर पर आरोप है कि उन्होंने ‘बिना सिंदूर और बिना मंगलसूत्र वाली महिला खाली प्लॉट’ जैसी होती है जैसा बयान दिया था। उनके इसी बयान को महिलाओं को अपमानित करने वाला बता कर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चंपावत जिले की तुलसी बिष्ट ने अपने वकील के माध्यम से एक नोटिस भेजा गया है। तुलसी बिष्ट आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश बिष्ट की धर्मपत्नी और आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं। तुलसी बिष्ट की तरफ से यह नोटिस सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील के के शर्मा के द्वारा तैयार किया गया है। इस नोटिस के माध्यम से उन्होंने बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लिखा गया है कि 10 जुलाई 2023 से 16 जुलाई 2023 तक ग्रेटर नोएडा में आयोजित एक भागवत कथा में श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने प्रवचन के दौरान कहा कि ‘जो महिलाएं मांग में सिंदूर लगाती हैं तथा मंगलसूत्र पहनती हैं वह रजिस्टर्ड प्रॉपर्टी है, लेकिन जो महिलाएं मांग में सिंदूर नहीं लगाती और मंगलसूत्र नहीं पहनती हैं वह खाली प्लॉट है’। महिलाओं की प्रति धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान अत्यंत निंदनीय और अपमानजनक है। हिंदू धर्म में और हमारे पुराणों में महिलाओं को देवी के रूप में और माता के रूप में पूजनीय माना गया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सार्वजनिक रूप से व्यास पीठ से देव तुल्य महिलाओं के प्रति इस तरह की गैर मर्यादित टिप्पणी करके हिंदू धर्म की धार्मिक मान्यताओं का अपमान किया है।

See also  वोट चोरी के खिलाफ उत्तराखंड कांग्रेस ने भी शुरू किया हस्ताक्षर अभियान

बाबा बागेश्वर को चेतावनी

तुलसी बिष्ट ने अपने इस नोटिस के माध्यम से साफ तौर पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चेतावनी देते हुए कहा है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपनी इस गलत बयानी के लिए तथा महिलाओं के अपमान करने वाले बयान के लिए सार्वजनिक रूप से 15 दिन के अंदर माफी मांगे, नहीं तो उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। महिलाओं के अपमान करने वाले ऐसे लोगों को न्यायालय से दंड दिलाने के लिए हम सबको एकजुट होना चाहिए।