दिवंगत विधायक शैलारानी रावत की बेटी ऐश्वर्या रावत को साधने के लिए बीजेपी ने पूरी कोशिश की है। बीजेपी उम्मीदवार आशा नौटियाल खुद ऐश्वर्या रावत के घर पहुंची और खाने की टेबल पर उनसे बातचीत की। वोटिंग 20 नवंबर को होनी है लिहाजा प्रचार के आखिरी हफ्ते में अब सब गिले शिकवे भुलाकर आगे बढ़ने की बात बीजेपी की ओर से की जा रही है। आशा नौटियाल का ऐश्वर्या के घर जाकर मिलना और चुनावी रणनीति पर चर्चा करना बताता है कि बीजेपी फिलहाल कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है। ऐश्वर्या रावत केदारनाथ से टिकट मांग रहीं थीं लेकिन बीजेपी ने उनकी दावेदारी खारिज कर दी। जिसके बाद से ही ऐश्वर्या पूरी तरह सियासी गतिविधियों से दूर हो गईं। ऐश्वर्या रावत ने न तो आशा नौटियाल की नामांकन रैली में शिरकत की और नहीं अब तक वो प्रचार में कहीं दिखीं हैं। माना जा रहा है कि नाराज ऐश्वर्या को मनाने के लिए आशा नौटियाल को उनके घर जाना पड़ा। हालांकि ऐश्वर्या मानी या नहीं मानी ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है क्योंकि इस मुलाकात पर ऐश्वर्या रावत ने कोई बयान या प्रतिक्रिया किसी भी प्लेटफार्म पर नहीं दी है। ऐश्वर्या रावत को मनाना इसलिए भी अहम है क्योंकि उनकी दिवंगत मां शैलारानी रावत 2 बार केदारनाथ सीट से विधायक रहीं यानी उनका अपना वोट बैंक जरूर रहा होगा और उनके समर्थक भी रहे होंगे इसीलिए उपचुनाव में उन समर्थकों को अपने पाले में लाने की कसरत की जा रही है। शैलारानी रावत मूल रूप से कांग्रेस पृष्ठभूमि की थीं 2012 में पहला चुनाव उन्होंने कांग्रेस से ही जीता था और 2016 में कांग्रेस से बगावत कर वो बीजेपी में शामिल हुईं। ऐसे में उनके परम्परागत वोटर इस बार किसे सपोर्ट करेंगे इस पर सबकी निगाहें हैं।
हरीश रावत की ऐश्वर्या रावत से मुलाकात
केदारनाथ की सियासी जंग में हलचल उस वक्त बढ़ गई थी जब 10 नवंबर को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ऐश्वर्या रावत से उनके घर जाकर मुलाकात की थी। इस दौरान हरीश रावत ने दिवंगत शैलारानी रावत को श्रद्धांजलि दी और ऐश्वर्या रावत के साथ लंबी चर्चा की। अब इस मुलाकात में सियासी बात नहीं हुई होगी ऐसी हो नहीं सकता। हरीश रावत और ऐश्वर्या की इस मुलाकात के बाद ही बीजेपी में खलबली मची और रात होते होते आशा नौटियाल भी ऐश्वर्या के घर पहुंच गईं। फिलहाल राजनीतिक हलचल तेज है और निगाहें ऐश्वर्या पर हैं कि वो आने वाले दिनों में आशा नौटियाल के लिए प्रचार करेंगी या साइलेंट रहकर बीजेपी की टेंशन फढ़ाएंगी?
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