उत्तराखंड राज्य में इस वक्त केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव गतिमान हैं और भारतीय जनता पार्टी के लोग लगातार केदारनाथ का अपमान करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ये कहना है उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी का। दसौनी ने कहा की केदारनाथ उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की इतनी बुरी गत हो चुकी है कि उसे पहले दिन से दिग्गजों की फौज वहां झोंकनी पड़ रही है, राज्य के एक दर्जन से ज्यादा कद्दावर भाजपा नेता केदारनाथ विधानसभा में एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं लेकिन उनके द्वारा केदार की धरती पर दिए गए वक्तव्य उन्हीं की किरकिरी करा रहे हैं ।
गरिमा ने कहा कि पिछले दिनों काबिना मंत्री गणेश जोशी ने 2013 की केदार आपदा के बाद केदारनाथ के पुनर्निर्माण में हुए भ्रष्टाचार का जिक्र किया,शायद जोशी भूल गए केदार घाटी में पुनर्निर्माण उन्हीं के दल के प्रवक्ता और केदारनाथ विधानसभा के प्रमुख दावेदारों में से एक कर्नल कोठियाल के नेतृत्व में हुआ था। वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार दिल्ली के बौराड़ी में केदारनाथ धाम के प्रतीकात्मक मंदिर के शीलान्यास पर भी चौतरफा घिर गई है। हालात ये हो गए हैं कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को केदार की झूठी सौगंध खाने को मजबूर होना पड़ रहा है जिससे स्थिति करेला ऊपर से नीम चढ़ा की हो गई है। दसौनी ने कहा कि इस झूठी सौगंध का सबक तो केदारनाथ की जनता भाजपा को आने वाली 20 तारीख को सिखाएगी। गरिमा ने कहा कि भाजपा नेताओं ने 2013 की दैवीय आपदा के दौरान कांग्रेस के द्वारा केदार घाटी के लोगों के साथ किए गए अपमानों का जिक्र किया ,और तो और कैग की रिपोर्ट का हवाला भी दिया गया कि यदि राहत कार्य बेहतर तरीके से अंजाम दिए गए होते तो कई जानों को बचाया जा सकता था, गरिमा ने कहा बोलते बोलते भाजपा नेता शायद ये भूल गए कि 2013 की केदार आपदा के समय पर प्रदेश का नेतृत्व मुखिया के तौर पर वही विजय बहुगुणा कर रहे थे जो आज भाजपा की सदस्यता ले चुके हैं। और तो और केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में बहुगुणा अग्रिम पंक्ति पर हैं भले ही अभी तक उन्होंने केदार घाटी का रुख तक नहीं किया। भाजपा नेताओं ने 2013 की आपदा के समय पर केदार घाटी के लोगों के अनदेखी का आरोप कांग्रेस पार्टी पर लगाया है परंतु वो ये भूल गए की विजय बहुगुणा को उनकी इस गलती के लिए कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री के पद से मुक्त किया उन्हें अपने दल में शामिल करके उत्तराखंड भाजपा ने केदार वासियों का अपमान किया क्योंकि विजय बहुगुणा केदारनाथ के लोगों के अपराधी हैं। इतना ही नहीं भाजपा ने उन्हीं विजय बहुगुणा के बेटे को केदारनाथ उप चुनाव का प्रभारी मंत्री बनाकर केदारनाथ की जनता के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है। दसौनी ने कहा कि कांग्रेस तो चाहती है कि आप 2013 की दैवीय आपदा की जांच करें और पता लगे कि वो कौन व्यक्ति था जिसे भाजपा नेताओं ने उस वक्त कफन चोर तक कह दिया था, यहां तक नौबत आ गई थी कि भाजपा नेताओं ने 5 दिन तक सदन नहीं चलने दिया और राज्य में आने वाले श्रद्धालुओं को यह संदेश दिया कि अगर उत्तराखंड आना है तो सर पर कफन बांध कर आना होगा । दसौनी ने कहा कि भाजपा भूल रही है कि उस वक्त उनके द्वारा यह भविष्यवाणी भी की गई थी कि केदार आपदा से चार धाम यात्रा इतनी अधिक प्रभावित हो चुकी है कि आने वाले 10 सालों तक चार धाम यात्रा शुरू नहीं हो पाएगी। गरिमा ने कहा कि इससे ज्यादा दुर्गति और दुर्दशा भारतीय जनता पार्टी की पहले कभी देखने को नहीं मिली कि आज पार्टी के नेता अपने ही दल के दूसरे नेताओं पर परोक्ष या अपरोक्ष रूप से हमले बोल रहे हैं। वो ये भूल गए हैं कि जिनको वो कठघरे में खड़ा कर रहे हैं आज वो उन्हीं के साथी सहयोगी हैं।
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