कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं माननीय पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी ने उत्तराखंड भाजपा के कार्यालय पहुंचकर उनके द्वारा गढ़े गए झूठों का भंडाफोड़ किया और उनसे पांच सवाल किये हैं ?
“झूठ का शोर नहीं—सच का प्रमाण दो!”
भाजपा के दोस्तों आप मेरी सार्वजनिक छवि को खराब करने के लिए झूठ बोलते हो। सब मिलकर बोलते हो, नीचे से ऊपर तक। चुनौती देने पर प्रमाण देते नहीं हो।
1. आप व आप द्वारा छद्म तौर पर संचालित किये जा रहे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों में मुझे पाकिस्तान के लिए जासूसी करता, राष्ट्रद्रोही दिखाया गया है। मुझे गोली मार कर मेरी प्रति नफरत आधारित हिंसा को प्रोत्साहित किया गया है। प्रमाण दो मैं पाकिस्तान का जासूस हूं?

2. आपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कृत्रिम मेघा का दुरुपयोग कर मेरी छवि इस प्रकार प्रस्तुत की है, जिससे राज्य का सामाजिक सौहार्द बिगड़े व उसका मैं केंद्र बिंदु बनूं। आपके आईटी सेल उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष ने जिसे अपने आधिकारिक पेज में डालकर प्रचारित-प्रसारित किया है, आपने जो दिखाने का प्रयास किया है, वैसा मैंने कहां किया उसका प्रमाण दो?
3. वर्ष 2017 में आपने मेरे नेतृत्व वाली सरकार पर आरोप लगाया कि हमने जुम्मे की नमाज़ अर्थात शुक्रवार की नमाज पढ़ने के लिए राज्य के सरकारी कार्यालयों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। जबकि आप व माननीय प्रधानमंत्री जी जानते हैं कि कोई भी सरकार किसी धर्म के त्यौहार का अवकाश तो घोषित कर सकती है, परंतु धर्म विशेष की प्रार्थना के लिए छुट्टी घोषित नहीं कर सकती है। फिर भी आप सबने मिलकर झूठ फैलाया और अभी तक कथित छुट्टी का गजट नोटिफिकेशन नहीं दिखाया है और राज्य में कहां व किस कार्यालय में शुक्रवार को छुट्टी हुई है या हो रही है, अभी तक प्रमाण नहीं दिया है? क्योंकि ऐसी कोई भी छुट्टी राजपत्र में अधिसूचित अर्थात गजट नोटिफाइड होती है। आप वह गजट नोटिफिकेशन दिखाइए। राज्यनिर्णित छुट्टी राज्य के अवकाशों की सूची में सूचीबद्ध की जाती है। चिट्ठी-छुट्टी का प्रमाण नहीं है, ऐसी चिट्ठी कहीं भी-कभी भी बनवाई जा सकती है।
4. आपकी पार्टी व आपके शीर्षस्थ नेताओं ने यह जानते हुए भी कि भारत का संविधान धर्म के आधार व धर्म के नाम पर कोई विश्वविद्यालय या संस्थान खोलने की अनुमति नहीं देता है। वर्ष 2022 के चुनाव में भाजपा व भाजपा के नेताओं ने झूठ बोला कि मैंने यह कहा कि कांग्रेस सत्ता में आएगी तो मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाएगी। मेरे चुनौती देने के बाद भी अभी तक मेरा कोई ऐसा सार्वजनिक बयान जो समाचार पत्रों में छपा हो या मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म पर मैंने दिया हो, मेरे बयान के प्रमाण स्वरूप सार्वजनिक नहीं कर पाए हो! भाजपा का डर्टी ट्रिक्स सोशल मीडिया ही इस झूठ को बनाता है व लगातार फैलाता है।
5. आपके मुख्यमंत्री बार-बार राज्य में आगे भारी डेमोग्राफिक बदलाव की बात करते हैं। किस वर्ष कितना ऐसा बदलाव हुआ उसका आधिकारिक ब्यौरा नहीं देते हैं। सरकार एक स्वतंत्र सिटिजन सोशियल ऑडिट कमेटी गठित कर, दो माह में उसके अध्ययन को सार्वजनिक करें कि कब, किस वर्ष में कितना बदलाव हुआ और आपकी सरकार इस बदलाव को ठीक करने के लिए क्या कदम उठा रही है? राज्य में कितने बांग्लादेशी घुसपैठिए पाए गए हैं? यह किस वर्ष में आए और इन्हें निकाल बाहर करने के लिए आपने अभी तक क्या-क्या कदम उठाये हैं ?

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