21 November 2024

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सफल जी 20 से बढ़ा भारत का सम्मान

सफल जी 20 से बढ़ा भारत का सम्मान

भारत ने G-20 का सफल आयोजन किया। शानदार मेजबानी की और दुनिया को नई दिशा दिखाने का काम किया। भविष्य की चुनौतियों से निपटने का एजेंडा सेट किया और बेहतर कल के लिए सबको मिलकर काम करने का मंत्र दिया। समिट के आखिरी दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने G20 की अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा को सौंप दी। इसके साथ ही PM ने समिट के समापन का ऐलान किया। ब्राजील अगले साल होने वाली G20 समिट का आयोजन करेगा। प्रधानमंत्री ने संस्कृत भाषा में कहा- स्वस्ति अस्तु विश्वस्य! यानी संपूर्ण विश्व में आशा और शांति का संचार हो।

सम्लेलन के आखिरी सेशन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया बदल रही है इसके साथ दुनिया के संस्थानों को भी बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा- UNSC में अभी तक उतने ही सदस्य हैं जितने इसकी स्थापना के वक्त थे। स्थायी देशों की संख्या बढ़नी चाहिए। इसके बाद ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा कि गरीब देशों की कर्ज की समस्या पर ध्यान देना होगा। दुनिया को भुखमरी खत्म करने की कोशिश बढ़ानी होगी। अध्यक्षता मिलने के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने कहा- आज महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते वक्त मैं काफी भावुक हो गया था। सब जानते हैं कि मेरे राजनीतिक जीवन में महात्मा गांधी का कितना महत्व है।

सुझावों पर अमल

लूला डा सिल्वा को अध्यक्षता सौंपते वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- दो दिनों में, आप सभी ने अनेक बातें यहां रखी हैं, सुझाव दिए हैं, बहुत सारे प्रस्ताव रखे हैं। हमारी ये जिम्मेदारी है कि जो सुझाव आए हैं, उनको भी एक बार फिर देखा जाए कि उनकी प्रगति में गति कैसे लाई जा सकती है। मेरा प्रस्ताव है कि हम नवंबर के अंत में G-20 समिट का एक वर्चुअल सेशन और रखें। उस सेशन में हम इस समिट के दौरान तय विषयों की समीक्षा कर सकते हैं।
G20 समिट खत्म होने के बाद यूक्रेन में सीजफायर के मुद्दे पर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा- हमें नेगोसिएशन से कोई दिक्कत नहीं है। जमीनी हकीकत को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। इससे पहले तीसरे सेशन के दौरान घोषणा पत्र पर औपचारिक मुहर लगाई गई। शिखर सम्मेलन शुरू होने से ठीक पहले ब्राजील और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को पौधे भेंट किए। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन वियतनाम दौरे के लिए रवाना हो गए।G-20 के सफल आयोजन के साथ ही भारत दुनिया में बड़ी ताकत के तौर पर उभरा है और सबकी पहली पसंद बन गया है।

भारत की कामयाबी

आर्थिक महाशक्तियों के साथ बैठक और चुनौतियों से निपटने का रोडमैप बनाने के साथ ही भारत ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। दिल्ली में दुनिया के दिग्गजों ने भारत की सभ्यता और संस्कृति की झलक भी देखी। भविष्य के लिहाज से भारत ने लंबी लकीर खींची है, जिसका असर लंबे वक्त तक देखने को मिलेगा।


दिल्ली में G-20 की बैठक के अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने कई देशों के प्रमुखों के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की।

प्रधानमंत्री ने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और यूरीपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल के साथ कई मसलों पर बात की और मिलकर काम करने पर सहमति जताई।


पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की। बैठक में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने समेत तमाम पहलुओं पर चर्चा हुई।

18वें G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत आए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल के साथ भी प्रधानमंत्री मोदी की द्विपक्षीय बैठक हुई। दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने पर सहमति बनी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष अझाली असौमानी के साथ भी बैठक की। बातचीत में व्यापार, निवेश और समुद्री सहयोग जैसे क्षेत्रों में भारत-कोरोमोस संबंधों को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई।

G-20 की बैठक के लिए दिल्ली आए जर्मनी के चांसलर ओलफ सोल्ज के साथ भी पीएम की बैठक हुई। इस दौरान भारत और जर्मनी स्वच्छ उर्जा, नवाचार और बेहतर किस तरह कर सकते हैं इन पहलुओं पर चर्चा की गई।

तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन के साथ भी पीएम मोदी की द्विपक्षीय बैठक हुई। इस दौरान कई मसलों पर चर्चा की गई। एर्दोगन ने शानदार मेहमाननवाज़ी के लिए PM मोदी की तारीफ की और धन्यवाद दिया।

पीएम मोदी की नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूटे के साथ भी द्विपक्षीय बैठक हुई। जिसमें देशों के बीच मित्रता बढ़ाने के तरीकों पर बात हुई। साथ ही व्यापार के लिए सहयोग का दायरा बढ़ाने, स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल प्रौद्योगिकी और दूसरे क्षेत्रों में मजबूत संबंध बनाने पर चर्चा हुई।