उत्तराखंड बीजेपी 3 जनवरी से निकाय चुनावों को लेकर प्रचार अभियान शुरू करने जा रही है। जिसमें बूथ स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन के साथ सीएम, पूर्व सीएम समेत सांसदों और मंत्रीगणों की सभाएं भी आयोजित की जाएंगी। वहीं पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के पक्ष में अधिकांश नाम वापिसी पर संतुष्टि जताते हुए स्पष्ट किया कि पूर्व विधायक ठकराल के अनुरोध पर केंद्रीय नेतृत्व शीघ्र निर्णय लेगा।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सरकार और संगठन की तरह निकायों में भी युवाओं को तरजीह देने के लिए केंद्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी, फिर स्वयं उनको मौका दिया गया और अब देहरादून में सौरभ थपलियाल और हल्द्वानी में गजराज बिष्ट को अवसर दिया। सभी युवा मोर्चा पदाधिकारी और छात्र राजनीति से जुड़े रहे हैं। पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव नामांकन करने वाले कार्यकर्ताओं को लेकर उन्होंने बताया कि लगभग शतप्रतिशत ऐसे सक्रिय कार्यकर्ताओं ने नाम वापिस ले लिया है। शेष लोगों को लेकर पार्टी अपने संविधान अनुसार अनुशासनहीनता की कार्यवाही करेगी।, जिसके तहत उन्हें पार्टी से 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन्होंने नाम वापिस लिया है, वह बिना शर्त, पार्टी के प्रति उनका सम्मान है। क्योंकि भाजपा एक परिवार है और उनमें नाराजगी होना स्वाभाविक होता है। लेकिन जिस तरह कोई भी पारिवारिक सदस्य अपने सहयोगी का अहित नहीं करता है, ठीक उसी तरह भाजपा परिवार में हुआ है। अब सभी मिलकर भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी को जिताने के लिए कार्य करेंगे।
उन्होंने राजकुमार ठुकराल को लेकर पूछे सवाल का ज़बाब देते हुए कहा, वे अभी किसी भी पार्टी से संबध नहीं हैं। इसलिए उन्होंने और उनके भाई ने नामांकन किया। फिलहाल उन्होंने सीएम और स्वयं उनसे मुलाकात कर पार्टी में शामिल होने का आग्रह किया है। लिहाजा एक पूर्व विधायक होने के नाते केंद्रीय नेतृत्व ही इस विषय पर निर्णय लेने के लिए सक्षम है। उन्होंने उम्मीद जताई उचित मंच पर चर्चा उपरांत यथाशीघ्र केंद्र द्वारा अवगत करा दिया जाएगा। जहां तक उनके पार्टी को समर्थन की बात है, यह सब पार्टी की जीत को और अधिक शानदार बनाने में सहयोगी होगा।
भट्ट ने विधायक अरविंद पांडे के बयानों पर कहा कि वे पार्टी के लोकप्रिय विधायक हैं और कार्यकर्ताओं और अपने शुभचिंतकों को अवसर दिलाना प्रत्येक की इच्छा रहती है। इस संबंध में उनसे बात हुई है और उन्हें बताया गया है कि ऐसे सभी विषयों को उचित फोरम पर ही उठाया जाए।
अपने प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त करने के कांग्रेसी आरोपी पर उन्होंने पलटवार कर कहा कि पूर्णतया संवैधानिक प्रक्रिया एवं नियमावली के तहत ही सभी नामांकन की जांच हुई है। ऐसे में जो आवेदन नियमों के तहत नहीं पाए गए या त्रुटियां पाई गई हैं उन्हें निरस्त किया गया है जिसमें कुछ एक भाजपा के भी हैं। अब चूंकि निरस्त नामांकनों में बड़ी संख्या कांग्रेस की है तो उनके नेतृत्व को विचार करना चाहिए कि वे क्यों ऐसे अयोग्य एवं अनाधिकृत लोगों को टिकट देते हैं। उन्होंने तंज किया कि कांग्रेस नेतृत्व एवं उनके विधायक आदि सभी अधिकांशतया भ्रष्ट, अपराधिक एवं अक्षम लोगों से घिरे रहते हैं और उन्हें ही टिकट दिलाने की पैरवी करते हैं। यह हम नहीं बल्कि स्वयं उनके पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता कैमरे पर कह रहे हैं। लिहाजा संवैधानिक प्रक्रिया पर उंगली उठाने की बजाय उन्हें अपने पार्टी के गिरेबान में झांकना चाहिए।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने आगामी कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि आज नाम वापिसी के बाद कल से पार्टी सभी निकायों में प्रचार अभियान शुरू करने जा रही है। जिसके क्रम में सभी शहरी बूथों पर कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सभी निगमों में जनसभाएं और रोड शो के साथ बड़ी नगरपालिकाओं में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। स्वयं वे सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत एवं कैबिनेट मंत्रियों के साथ प्रचार सभाएं में शामिल होंगे। वहीं सभी सांसद, विधायक अपने क्षेत्र के निकायों में प्रचार कार्यक्रमों में शिरकत कर पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में जनसमर्थन जुटाएंगे। हमारी पार्टी में मंत्री, सांसद होने से पहले सभी कार्यकर्ता होते हैं, लिहाजा निकाय चुनावों में भी वे सभी अपनी कार्यकर्ता की भूमिका का निर्वहन करेंगे।
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