26 December 2024

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रुद्रपुर में गरजे कांग्रेस नेता 2027 की जंग का ऐलान

रुद्रपुर में गरजे कांग्रेस नेता 2027 की जंग का ऐलान

उत्तराखंड कांग्रेस ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर धामी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के आह्वान पर कांग्रेस एकजुट दिखी और रुद्रपुर में बड़े नेताओं के साथ ही कार्यकर्ताओं में भी जमकर उत्साह देखने को मिला। प्रदर्शन के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में नदियां और जमीनें बाहरी लोगों को बेची जा रही हैं। सरकार की करतूतों से प्रदेश आपदा से जूझ रहा है। जोशीमठ का अस्तित्व खतरे में है। बाजपुर के 20 गांवों के किसान लंबे समय से भूमिधरी अधिकार की मांग कर रहे हैं। यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि सरकार ने पूरा प्रदेश खनन माफियाओं को सौंप दिया है। इसके साथ ही बंगाली समाज के लिए बीजेपी विधायक शर्मनाक बयान दे रहे हैं। विधायक के बयान पर सरकार की मौन सहमति है। सरकार को समाज से माफी मांगनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस सरकार से जनता को मुक्ति दिलाने के लिए प्रत्येक कार्यकर्ता की अहम भूमिका है। कहा कि कांग्रेस का प्रदर्शन अभी शुरुआत है और कार्यकर्ता एकजुट होकर जनता की लड़ाई पूरी शिद्दत से लड़ेंगे।

हरदा ने भी बोला सरकार पर हमला

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता अगर ठान लें तो जुल्मी और सत्ता के मद में चूर बीजेपी सरकार को हर हाल में जाना होगा। राज्य की बहन-बेटियों से दुष्कर्म के मामलों में बीजेपी मंडल अध्यक्ष, नेताओं और दायित्वधारियों के नाम आ रहे हैं। आरोप लगाया कि बीजेपी के लोग बालू को गटकने का काम कर रहे हैं। सरकार ने जगह-जगह शराब की दुकानें खाेल दी हैं। उत्तराखंड को नशाखोर बनाकर रख दिया है। हरीश रावत ने दावा किया कि त्तराखंड से पहले 9 राज्यों में होने वाले चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनेगी। कांग्रेस एकजुटता के साथ निकाय, पंचायत के बाद 2027 में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव जीतेगी।

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करन माहरा का बीजेपी सरकार पर निशाना

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि देहरादून से लेकर सल्ट तक महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं। अंकिता हत्याकांड में वीवीआईपी का नाम अब तक उजागर नहीं हो पाया है। ऊधमसिंह नगर के एसएसपी को हटाना कांग्रेस की ताकत है। कांग्रेस की सरकार आएगी तो महिलाएं सुरक्षित रहेंगी।

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 10 सालों में कई राज्यों में चुनीं सरकारों को गिराया है। कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सरकार से बदला लेना है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से रिश्तेदारों को पार्टी के प्रति एकजुट रखने और पार्टी के नेताओं के पोस्ट को सोशल मीडिया में लाइक कर भाजपा का सिरदर्द बढ़ाने की अपील की।

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पुलिस से हुई धक्का मुक्की

धरना-प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेताओं की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने सात सूत्री ज्ञापन डीएम को सौंपने के लिए कलक्ट्रेट कूच किया। भारी फोर्स ने बेरिकेडिंग लगाकर उनको गेट पर ही रोक दिया। इस पर कार्यकर्ताओं ने बेरिकेडिंग हटाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस के साथ जमकर धक्कामुक्की और नोकझोंक हुई।

पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, संजीव आर्य, हरीश पनेरू सहित अन्य नेता बेरिकेडिंग कूदकर मुख्य गेट तक आ गए। इस पर पुलिस के तेवर नरम पड़े और उन्होंने बेरिकेडिंग पर चढ़े यशपाल आर्य को आराम से आने दिया गया। इसके बाद फर्स्वाण और अन्य नेताओं ने गेट पर बंधी रस्सी खोल दी। यशपाल आर्य, करन माहरा सहित अन्य नेताओं ने गेट पर पहुंचे डीएम उदयराज सिंह को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

कांग्रेस ने राज्य से जुड़े अहम मुद्दों पर राज्यपाल के नाम ज्ञापन भेजा जिसमें

– ऊधम सिंह नगर जिले में महिलाओं के प्रति अपराध निरंतर बढ़ते जा रहे हैं। पुलिस को महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता रखने की नितांत आवश्यकता है।

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– राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। ऊधम सिंह नगर में भी डकैती, चोरी, वाहन लूट, महिला अपहरण और बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।

– प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। रेता बजरी के खनन को निजी हाथों में देकर खनन का एकाधिकार कर दिया गया है। फिटनेस के नाम पर ट्रांसपोर्टरों को दोनों हाथों से लूटा जा रहा है

– बाजपुर के 20 गांव के किसानों की जमीन तत्काल उनको दी जानी चाहिए। उनका शोषण बंद किया जाना चाहिए।

– सत्ताधारी दल के संवैधानिक पद में बैठे व्यक्ति ने बंगाली समुदाय भाईयों की अस्मिता पर चोटकर उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने का कार्य किया है। इससे समाज में विद्वेष फैल रहा है।

– आपदा में पहाड़ दरक रहे हैं और लोग पलायन को मजबूर हो रहे हैं। बारिश में जगह-जगह जल भराव की स्थिति है। नदियों के कटान से कृषि भूमि बर्बाद हो रही है।

– राज्य के उद्योगों में 70 प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार तो दूर रोजगार की सारी व्यवस्था ठेकेदारों के हाथ में दे दी गयी है। ठेकेदारी प्रथा को समाप्त किया जाए।