उत्तराखंड कांग्रेस प्रवक्ता डॉ0 प्रतिमा सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट की बैठक में लिए गये निर्णयों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बजट सत्र शुरू होने से पहले हुई पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट की बैठक में आम जनता से जुडे ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय केवल अंधा बांटे रेवडी फिर-फिर अपने दे वाली कहावत चरितार्थ की गई है।
डॉ0 प्रतिमा सिंह ने कहा कि एक ओर राज्य सरकार कर्ज लेकर घी पीने का काम कर रही है और विधायकों एवं पूर्व विधायकों के वेतन भत्तों में लगातार वृद्धि कर रही है। वहीं सरकार के पास कर्मचारियों को वेतन और पेंशन देने के लिए भी धन नहीं है तथा सरकार को वेतन भत्तों के भुगतान के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है। प्रतिमा सिंह ने कहा कि धामी सरकार की इस नीति से राज्य के आम आदमी पर कर्ज का बोझ़ लगातार बढता जा रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छा होता अगर पुष्कर सिंह धामी सरकार जनहित से जुड़े मुद्दों पर निर्णय लेती, राज्य में लगातार बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई तथा भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए ठोस निर्णय लेती। राज्य में सशक्त भू-कानून लागू करने की बजाय कैबिनेट में खुरपिया फार्म की भूमि को आवासीय घोषित कर भू माफिया को सौपने का निर्णय लिया जा रहा है तथा सशक्त भू कानून केवल भाजपा का चुनावी जुमला साबित हो कर रह गया इस पर कैबिनेट में कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मलिन बस्तियों को मालिकाना हक देने के मामले में भी धामी कैबिनेट कोई निर्णय नहीं ले पा रही है।
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