उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूर्व प्रवक्ता डाॅ. प्रतिमा सिंह ने राजधानी देहरादून की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि डेंगू महामारी कोरोना महामारी से अधिक गति से अपने पैर पसार चुकी है तथा रोज मौतों के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं परन्तु राज्य सरकार और नगर निगम प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। वर्तमान समय में एक तरफ भारी बरसात से आई प्राकृतिक आपदा से लोग परेशान हैं वहीं डेंगू बीमारी से राजधानी देहरादून में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं परन्तु अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने किसी प्रकार के अतिरिक्त इंतजामात नही किये हैं तथा हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
सरकारी लापरवाही पड़ रही भारी
डाॅ. प्रतिमा सिंह ने कहा कि राजधानी देहरादून सहित सम्पूर्ण राज्य में डेंगू महामारी के चलते हालात बहुत खराब हो चुके हैं, चिकित्सालयों में मरीजों को सुविधा नही मिल पा रही है जिससे गरीब आदमी निजी चिकित्सालयों मे इलाज कराने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि बडे-बडे दावे करने वाली भाजपा सरकार डेंगू पर काबू पाने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है। राजधानी के चिकित्सालयों में मरीजों को बेड नहीं मिलने की स्थिति में उन्हें उपचार कराने दिल्ली तथा अन्य शहरों के चिकित्सालयों की शरण लेनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि कंाग्रेस पार्टी पहले से ही आरोप लगाती आई है कि राज्य की स्वास्थ्य सेवायें चौपट हो चुकी हैं। चिकित्सालयों में न तो चिकित्सक हैं, न चिकित्सा कर्मी और न ही दवा ऐसे में आम जनता का क्या होगा? उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्थायें कोरोना महामारी में पहले से बदहाल थी अब डेंगू के बढ़ते प्रकोप के चलते पूर्ण रूप से चरमरा चुकी हैं। राजधानी के विश्व स्तरीय चिकित्सा का दावा करने वाले ऋषिकेश एम्स में डेंगू से पीडित मरीजों को न तो उपचार मिल पा रहा है और न ही रक्त एवं प्लेटलेट्स ही उपलब्ध हो पा रही हैं। यही स्थिति राजकीय दून मेडिकल काॅलेज की है जहां पर न तो मरीजों को दवाईयां मिल पा रही हैं और न ही खून और प्लाजमा। महंगी दवाईयां मरीजोे को बाहर से खरीदनी पड़ रही है।
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