हरिद्वार मेडिकल कॉलेज को पी पी पी मोड पर देने के भाजपा सरकार के फैसले की भाकपा (माले) ने निंदा की है। पी पी पी मोड के नाम पर भाजपा की पुष्कर सिंह धामी सरकार, इस मेडिकल कॉलेज के निजीकरण का रास्ता खोल रही है. पी पी पी मोड के खिलाफ आंदोलन चलाने वाले हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के छात्र- छात्राओं के साथ भी भाकपा (माले) एकजुटता जाहिर करती है।
प्रदेश में रामनगर, पौड़ी, नई टिहरी समेत तमाम अस्पतालों को पी पी पी मोड पर देने के बाद वहां चिकित्सा सेवाओं की दुर्गति सबके सामने है. लेकिन ऐसा लगता है कि सरकारी अस्पतालों को पी पी पी मोड में देने से स्वास्थ्य सविधाओं की बदहाली से उत्तराखंड सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा और अब वह मेडिकल कॉलेजों को भी उसी मुनाफाखोरी और तबाही के रास्ते पर धकेलने की ओर कदम बढ़ा रही है. पी पी पी मोड दरअसल जनता के पैसे से बने सार्वजनिक संस्थानों में निजी पूंजीपतियों का मुनाफा सुनिश्चित करने की व्यवस्था है. शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी व्यवस्थाओं को निजी हाथों में सौंपना और इन्हें मुनाफे की वस्तु बनाना असल में गरीबों व मेहनतकशों से शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था छीनने का षड्यंत्र है, जिसे कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता.
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