2 August 2025

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मेडिकल इमरजेंसी और झाड़ फूंक!

मेडिकल इमरजेंसी और झाड़ फूंक!

आपदा प्रबंधन को लेकर देहरादून में चल रही ट्रेनिंग के तीसरे दिन कई अहम जानकारियां दी गईं। डॉ. पिंगल ने कहा कि फस्ट एड एक्सपर्ट को समय और परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए पीड़ित व्यक्ति को जल्द से जल्द मदद देते हुए नजदीकी हेल्थ केयर सेंटर या अस्पताल तक पहुंचाने की कोशिश करनी चाहिए। फर्स्ट एड देते समय एक-एक सेकेंड की भी बड़ी अहमियत होती है। इसलिए यह जरूरी है कि फर्स्ट एड एक्सपर्ट का परिस्थिति के अनुसार नजरिया बिलकुल स्पष्ट होना चाहिए। यह बात भारतीय रेड क्रास सोसाइटी के डाॅ. सतीश पिंगल ने उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी की ओर से फर्स्ट एड को लेकर आयोजित प्रशिक्षण शिविर में गुरुवार को कही।

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डाॅ. पिंगल ने प्रतिभागियों को सांप, कुत्ते और बंदरों द्वारा काटे जाने पर किस तरह की फर्स्ट एड देनी चाहिए, इसके बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सांप और कुत्ते के काटे जाने पर झाड़-फूंक और टोने-टोटकों जैसी चीजों को हतोत्साहित किया जाना जरूरी है। कई लोगों की जान सिर्फ इन्हीं चक्करों में फंसकर चली जाती है। फर्स्ट एड एक्सपर्ट को इस दिशा में भी जागरूकता लानी चाहिए और समाज में हर व्यक्ति को इसके बारे में बताना चाहिए।

उन्होंने कहा कि फर्स्ट एड प्रदाता को न तो पीड़ित को किसी तरह की दवा देनी चाहिए और न किसी को मृत घोषित करना चाहिए। यह काम सिर्फ और सिर्फ चिकित्सक का है। फर्स्ट एड एक्सपर्ट को यदि कहीं पर घाव है तो उसे कपड़े से बांधने, किसी व्यक्ति की सांसें नहीं चल रही हैं तो सीपीआर देने और जल्द से जल्द चिकित्सालय पहुंचाने की कोशिश करनी चाहिए।

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 हर अधिकारी को हो फस्ट एड की जानकारी- पिंगल

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड जैसे आपदा संवेदनशील राज्य में जिला प्रशासन के प्रत्येक अधिकारी को आपदा प्रबंधन और फर्स्ट एड का प्रशिक्षण दी जानी चाहिए, क्योंकि आपदा के समय उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। इस दौरान उन्होंने प्रतिभागियों को पट्टी बांधने की सही तकनीक और घायलों को किस तरह से मद्द देनी है, कैसे उठाना है, कैसे अस्पताल पहुंचाना है, इसके बारे में बताया। बता दें कि प्रशिक्षण शिविर में अग्निशमन विभाग के 24 कार्मिक तथा उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विभिन्न जनपदों से आए मास्टर ट्रेनर प्रतिभाग कर रहे हैं। इस दौरान मास्टर ट्रेनर भारतीय रेड क्रास सोसाइटी हरीश शर्मा, जेसिका टैरोन, विजेंद्र कपरुवाण, मुंशी चैमवाल, मस्तान भंडारी, सीमा परमार, राजू साही, पिंकी रावत, निर्मला नेगी, मालनी, सुभाष, अंजली, मीनाक्षी रावत आदि मौजूद थे।