धारचूला से कांग्रेस विधायक हरीश धामी आक्रोशित हैं और उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की धमकी दी है। विधानसभा में आपदा के मुद्दे पर बोलने के लिए कम वक्त दिए जाने का आरोप लगाते हुए हरीश धामी ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हरीश धामी ने कांग्रेस आलाकमान को खत लिखकर नाम लिए बिना नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की शिकायत की है और एक्शन लेने की मांग की है ऐसा न करने पर धामी ने कांग्रेस छोड़ने की चेतावनी दी है।
हरीश धामी की चिट्ठी में क्या है
आदरणीय
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष माननीय मल्लिकार्जुन खड़गे जी , राष्ट्रीय नेता माननीय राहुल गांधी जी आज फिर एक बार उत्तराखंड के मित्र विपक्ष ने सत्ता के साथ मिल कर पहाड़ की आपदाप्रभावितों की पीड़ा को सदन में आने से षड़यंत्र के तहत रोका गया । निश्चित तौर पर में आज ये बोलने को विवश हूँ कि उत्तराखंड में कांग्रेस का सत्ता से दूर जाना व पाँचो सांसदों के हारने का कारण मुख्यतः वो लोग है जो हमारे लोग हो कर भई अपने ही पार्टी के सीनियर विधायको के साथ साज़िश करते है । इसका जीताजागता उदाहरण आज मैं ख़ुद हूँ ।
आज सत्ता की तरफ़ से आधा घंटा आपदा में बोलने का मौक़ा दिया गया था लेकिन अपनों की साज़िश का शिकार होते हुए मुझे बोलने नहीं दिया गया । उत्तराखण्ड में 3 ज़िले सबसे ज़्यादा आपदा प्रभावित है पिथौरागढ़( धारचूला विधानसभा) , केदारनाथ और बदरीनाथ । मैं धारचूला से आपके कोटे से 2012 में विधायक बना और आज में लगातार तीसरी बार का विधायक हूँ । मैं हर बार अपनी समस्या को लेकर सड़क और सदन में संघर्षशील रहता हूँ , लेकिन आज दुर्भाग्य की बात है कि मुझे कार्य स्थगन के इस प्रस्ताव में बोलने का अवसर नहीं दिया गया । जबकि मैंने कल भी इस सब से आग्रह किया था आपदा की समस्या को 310 में लाया जाय लेकिन कुछ माननीय द्वारा इस मुद्दे को नहीं उठाने दिया गया । फिर मैंने कार्य स्थगन नियम 58 के तहत आपदा का मामला रखने दिया जाय जो बहुत ज़रूरी है । क्योंकि सारे आपदा प्रभावित लोग आस लगाये आज भी बैठे है ।
मुझे गुमराह किया गया कि अगले दिन 310 में इस मुद्दे को लायेंगे लेकिन जो सबसे ज़्यादा आपदा ग्रस्त क्षेत्र था (धारचूला विधानसभा) उस क्षेत्र को बोलने का अवसर ना दे कर ऐसे क्षेत्रों को अवसर दिया गया जो जल भराव की बाते कर रहे है ये आपदा प्रभावित लोगो के साथ मज़ाक़ नहीं तो और क्या है ? इन सब चीजो को देख कर आज मेरा हृदय दुखी हो गया है । ये वही लोग है माननीय जो आपके पास आ कर कांग्रेस के सच्चे सिपाही होने का दावा करते है ।
मैं आपसे निवेदन करना चाहता हूँ कि अगर उत्तराखण्ड में कांग्रेस को पुनः जीवित करना है तो आपको ऐसे लोगो को चिन्हित करना पड़ेगा और ऐसे लोगो को सहयोग करना पड़ेगा जो धरातल पर लड़ते है । मैं एक सैनिक का बेटा हूँ और मुझे चाटुकारिता करना नहीं आता है मैं तहें दिल से आपका धन्यवाद करना चाहता हूँ कि आपने एक फ़ौजी के बेटे को टिकट दिया लेकिन जिस तरह पर्वतीय क्षेत्रों के साथ हमारे ख़ुद के लोगो द्वारा भेदभाव किया जा रहा है मुझे नहीं लगता कि ऐसे परिस्थितियों में हम कांग्रेस के साथ रह पायेंगे इसलिए मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि या तो आप ऐसे लोगो के ख़िलाफ़ करवाई करे या मुझे इस पार्टी से मुक्ति देने का कार्य करे ।
विधायक धारचूला
हरीश धामी
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