आपदा प्रभावित क्षेत्र छेनागाड़ में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस एवं अन्य बचाव दलों द्वारा लगातार सर्च एवं रेस्क्यू अभियान संचालित किया जा रहा है। विषम परिस्थितियों एवं दुर्गम भूभाग में राहत बचाव दल लगातार डटे हुए हैं। रेस्क्यू टीमों को मलबा एवं दलदल होने के कारण मैनुअल खुदाई के कार्य में काफी कठिनाई आ रही थी। एसडीआरएफ और डीआरएफ द्वारा लगातार प्रयास किए जाने के बावजूद बाधाएं उत्पन्न हो रही थीं। साथ ही विगत दिनों में लगातार खराब मौसम और बारिश के चलते दिक्कतें भी आ रही थीं। जिला प्रशासन द्वारा अब ग्राउंड जीरो पर जे.सी.बी. मशीन को तैनात किया गया है।
मशीन की मदद से सर्च अभियान में गति आई है। आज दिनभर पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी विकास पुण्डीर और जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी रुद्रप्रयाग नन्दन सिंह रजवार के नेतृत्व में सर्च अभियान चलाया गया है।
क्षेत्र में सड़क कनेक्टिविटी बहाल करने का कार्य जारी।
छेनागाड़ तक सड़क मार्ग सुचारु करने हेतु प्रशासन द्वारा जेसीबी एवं पोकलैंड मशीनें निरंतर कार्यरत हैं। सड़क मार्ग खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है ताकि राहत एवं बचाव कार्यों हेतु अन्य जेसीबी सहित अन्य मशीनों की पहुँच प्रभावित क्षेत्रों तक आसान हो सके।
मुख्य स्लाइड जोन जाला सहित अन्य स्थलों पर मशीनें सक्रिय।
जिला प्रशासन के निर्देशन में जाला के पास एक पोकलैंड व दो जेसीबी मशीनें कार्यरत हैं, वहीं कमद के पास एक पोकलैंड व दो जेसीबी मशीनें, डमारगाढ़ से किमाणा के बीच तीन जेसीबी मशीनें लगातार क्षतिग्रस्त मार्गों को सुचारु करने हेतु कार्यरत हैं।
युद्ध स्तर पर चल रहा है बचाव व राहत कार्य
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस सहित अन्य बचाव दलों एवं जिला प्रशासन की समन्वित कार्यशैली से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत, बचाव व सड़क सुचारु करने के कार्य निरन्तर जारी हैं।
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