गढ़ी कैंट स्थित पर्यटन निदेशालय में विभागीय अधिकारियों के साथ कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बैठक कर प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को लेकर विस्तृत चर्चा की। रुद्रप्रयाग स्थित त्रियुगीनारायण को वैदिक पर्यटन ग्राम के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। यह स्थान डेस्टिनेशन वेडिंग के वैश्विक नक्शे पर अपनी पहचान बनाए, इसके लिए विशेष योजना तैयार की जाएगी।
साथ ही केएमवीएन और जीएमवीएन के एकीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने, केदारखंड मंदिर माला मिशन का मास्टर प्लान जल्द तैयार करने, स्थानीय युवाओं को कैंपेनिंग व ट्रैकिंग रूट्स पर प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ने, और पर्यटन स्थलों पर शौचालय व सफाई व्यवस्था को तत्काल सुधारने के निर्देश दिए।
कांवड़ यात्रा के दौरान अनुशासनहीनता करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करने और नंदा राजजात यात्रा में कुरुड़ को शामिल करने का सुझाव भी दिया। बैठक में जानकारी दी गई कि वर्ष 2025-26 में पर्यटन विभाग की कुल 48,676.05 लाख की योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। महासू देवता हनोल, कैंची धाम, मानसखंड मिशन और वेड इन उत्तराखंड 2025 जैसी परियोजनाओं पर तेजी से कार्य जारी है। चारधाम यात्रा को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने की दिशा में भी पहल शुरू हो गई है।
सतपाल महाराज ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल पर्यटन नहीं, बल्कि संस्कृति, आस्था और युवाओं के भविष्य को साथ लेकर चलना है।
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