उत्तराखण्ड सरकार को इस वित्तीय वर्ष के शुरुआती नौ महीनों में ही खनन से ₹686 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई है, जो विगत वर्ष के कुल राजस्व से ₹646 करोड़ अधिक है।
वित्तीय वर्ष 2019-20 में खनन से कुल ₹397 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। जो वित्तीय वर्ष 2023-24 में बढ़कर ₹646 करोड़ जा पहुंचा। अब वित्तीय वर्ष 2024-25 में 29 दिसम्बर तक ही खनन से कुल ₹686 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हो चुकी है। जबकि इस वित्तीय वर्ष में अभी तीन माह शेष हैं, अब तक के आंकड़ों से इस वित्तीय वर्ष के अन्त तक खनन से ₹1000 करोड़ से अधिक की राजस्व की उम्मीद है। जो कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के सापेक्ष करीब 50 प्रतिशत अधिक होगी।
राज्य सरकार के कर राजस्व में भी वर्ष दर वर्ष बढ़ोत्तरी हो रही है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में राज्य को स्वयं के कर से ₹11,513 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था, जो कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में बढ़कर ₹19,245 करोड़ हो गया। इस वित्तीय वर्ष में कर से कुल राजस्व करीब ₹22,500 करोड़ होने की उम्मीद है।
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