कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल की विधानसभा ऋषिकेश में अब नया विवाद हो गया है। कांग्रेस ने G20 की आड़ में महापुरुषों का अपमान करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला का आरोप है कि त्रिवेणी घाट पर स्थित बिरला जी की प्रतिमा को नगर निगम ने गलत तरीके से हटाया। जानकारी मिलते ही जयेंद्र रमोला की अगुवाई में कांग्रेस नेता त्रिवेणी घाट पहुंचे और घाट स्थित बिरला जी की मूर्ति के समीप पहुंचकर मूर्ति को बेढंगे तरीक़े से हटाए जाने का विरोध किया।कांग्रेस जनों ने मौके पर पहुंची जिलाधिकारी के सामने विरोध जताया जिसपर डीएम सोनिका ने मूर्ति के चबूतरे और रैलिंग को तोड़ने की अनभिज्ञता जताई साथ ही ज़िलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि मूर्ति व शिलापट्टों को सुरक्षित और उचित स्थान पर ससम्मान के साथ लगाया जायेगा ।
कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने कहा कि आज G20 के नाम पर किये जा रहे कार्यों का प्रशासन के पास कोई भी रोड़ मैप तेयार नहीं हैं जब चाहें जहां चाहे जहां चाहे विधायक व मेयर मनमाने तरीके से जिला प्रशासन के द्वारा बेतरतीब तरीक़े से कार्य करवाने पर लगे हैं साथ ही नगर निगम प्रशासन कांग्रेस की सरकारों के किये गये कार्यों के शिलापट्टों को हटाने का काम कर रहे हैं कांग्रेस के पूर्व केन्द्रीय मंत्री ब्रह्मदत्त जी के प्रयासों से बिरला जी द्वारा वर्षों पूर्व गंगा तट त्रिवेणी घाट पर बनाए गए पक्के घाट पर लगे शिलापट्टों को क्षतिग्रस्त कर गायब किया गया है साथ ही विरला जी की मूर्ति को को बिना दूसरी जगह चिन्हित किये गये हटाने का काम किया जा रहा है जिसका हम विरोध करते हैं सौंदर्यीकरण के नाम पर कांग्रेस नेताओं के शिलापट्टों व दान दाताओं की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ करना बेहद निन्दनीय है ।
रमोला ने कहा कि जिलाधिकारी से वार्ता पर जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि मूर्ति को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाना तय हुआ था जबकि अन्यंत्र स्थापना करने से पूर्व नए स्थान का चयन व मूर्ति के लिए रैंप बनवाना अनिवार्य है और निगम प्रशासन व एमडीडीए द्वारा बिना किसी स्थान के निर्धारित किये बिना मूर्ति का पत्थर व रैलिंग तोड़ दी गईं हैं जो कहीं न कहीं भाजपा की मानसिकता को उजागर करता है।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस सचिव मदन मोहन शर्मा व संगठन महासचिव दीपक जाटव ने कहा कि G20 के नाम पर जिला प्रशासन, नगर निगम और एमडीडीए मनमाने तरीके से कार्य कर रहा है वर्षों से लगी बिरला जी की मूर्ति से छेड़छाड़ कर उसको अनयंत्र शिफ्ट करने का कार्य किया जा रहा है जबकि मूर्ति उचित स्थान पर लगी हैं जहां पर कोई भी असामाजिक तत्व मूर्ति को क्षतिग्रस्त नहीं कर सकता क्योंकि यह मूर्ती अस्टधातु से निर्मित हैं जोकि बहुत कीमती है और जिसको असामाजिक तत्व से खतरा भी हैं ऐसे में जिला प्रशासन व नगर प्रशासन को इस मूर्ति की उचित सुरक्षा की व्यवस्था भी करनी चाहिए।
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