चमोली समेत ऊचांई वाले इलाकों में भारी बारिश और तेजी से ग्लेशियरों को हो रहे नुकसान की वजह से नदी के रौद्र रूप धारण करने से पिछले दिनों जुम्मा के पास एक पुल बह गया था अब फिर से मलारी से लगभग आठ किलोमीटर आगे एक और पुल के धराशाई होने की कगार पर है। पुल के दोनों किनारों को उफनती नदी की वजह से काफी नुकसान पहुंचा है और नदी का बहाव पुल के उपर से हो कर गुजर रहा है। पानी का बहाव इतना तेज है कि पुल कभी भी बह सकता है। ये पुल सामरिक लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है।
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