विधानसभा सत्र में आंदोलनकारी को आरक्षण नहीं दिया गया तो 8 फरवरी को राज्य आंदोलनकारी प्रदेश भर में अधिकार दिवस मनाएंगे। धीरेंद्र प्रताप उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने ऐलान किया है यदि 5 फरवरी से होने वाले विधानसभा सत्र में राज्य निर्माण आंदोलनकारी को 10% अक्षय की आरक्षण नहीं दिया गया राज्य अधिकारी 8 फरवरी को राज्य भर में इसके विरोध स्वरूप अधिकार दिवस मनाएंगे।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि पानी सर से ऊपर निकल चुका है और यही कारण है कि अभी हाल की उनके गढ़वाल और कुमाऊं के दौर में राज्य आंदोलनकारी का गुस्सा फूट पड़ा उन्होंने कहा आरक्षण तो यह सरकार क्या देगी राजा नानु कार्यों को कई-कई महीनो तक पेंशन देने दिए जाने से वंचित किया जा रहा है उन्होंने विधवा आंदोलनकारी को पेंशन दिए जाने में खुदाई बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि कई जगह उनके पति की यदि सरकारी पेंशन है तो उन्हें जो पेंशन मंडे के रूप में दी गई है उससे उन्हें वंचित किया जा रहा है जिससे उनकी आंखों में आंसू है उन्होंने मुख्यमंत्री धामी से मांग की उत्तराखंड आंदोलनकारी को दिए जा रहे आर्थिक सहायता को मानदेय का दर्जा देकर पेंशन का निकम्मा शब्द हटाए जिससे कि जो थोड़ी बहुत राशि उनके स्वर्गीय पति की पेंशन से उन्हें मिल रही है उसे मिलाने में बाधा ना आए।
पौड़ी लोकसभा से दावेदारी
धीरेंद्र प्रताप ने पौड़ी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का कांग्रेस में मांग की है उन्होंने कहा कि यदि पार्टी उन्हें उम्मीदवार घोषित करती है तो वो अंकित भंडारी कांड के मामले को शिद्दत से उठाएंगे और संसद में एक दिन का भी सत्र चलने नहीं देंगे उन्होंने पूरे कांड को भारत के माथे पर कलंक बताया। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि उनके साथ कुछ लोग पार्टी में उम्मीदवारी की मांग कर रहे हैं परंतु उनका यह देखना चाहिए कि कुछ तो पहले हार चुके हैं इसलिए उनके टिकट का कोई हक नहीं बनता और बाकी जो टिकट मांग रहे हैं उनका इतना ऊंचा राजनीतिक कैरियर नहीं है कि वो उनके सम्मुख पार्टी की उम्मीदवारी कर सके। उन्होंने कहा कई दोनों में से ऐसे जिनका पहले टिकट दिया गया लेकिन उसमें बहुत मुश्किल से अपनी जमानत बचा पाए। इससे कल शाम रामनगर में प्रसिद्ध आंदोलनकारी प्रभात ध्यान की अध्यक्षता में संपन्न एक बैठक में धीरेंद्र प्रताप ने आंदोलनकारी की उपेक्षा का सरकार पर आरोप लगाया और कहा इस मामले पर भी खामोश नहीं बैठेंगे इस बैठक को उनके अलावा प्रभात ध्यान डीडी सती नवीन नेता ने सुमित्रा बिष्ट डॉक्टर धनेश्वरी तोमर अनिल मनीष कुमार समेत अनेक आंदोलनकारी ने संबोधित किया।
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