उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने उत्तराखंड की 6 अस्पतालों का राज्य सरकार द्वारा पीपीपी मोड पर अनुबंध समाप्त किए जाने के फैसले का स्वागत किया है।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि जब से ये अस्पीपताल पीपी मोड पर थे तभी से लोगों का इन इकाइयों में भारी शोषण हुआ है । उन्होंने कहा कि इन चिकित्सीय इकाइयों में सब जगह देखा गया की छोटी-छोटी दवाइयां भी उन लोगों ने उपलब्ध नहीं कराई और यही नहीं यहां पर आने वाले तमाम बीमार लोगों का केवल अपमानित किया गया बल्कि उनके तीमारदारों को भी परेशान किया गया ।
उन्होंने पीपीपी मोड की इकाइयों की कार्य प्रणाली का जांच की मांग करते हुए इस इकाइयों को चलाने वाले प्रबंधन पर मुकदमा चलाए जाने की मांग की है और कहा है कि इन लोगों को लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने की सजा मिलनी चाहिए ।
उन्होंने राज्य की अन्य चिकित्सीय इकाइयां और भी जो पीपीपी मोड पर है उन्हें हटाकर सरकार द्वारा अपने हाथ पर लिए जाने का अनुरोध किया है ।
इसके साथ ही उन्होंने राज्य के तमाम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य बड़े अस्पतालों में एक्स-रे अल्ट्रासाउंड एम आरआई और ऑपरेशन की तमाम बड़ी मशीनों के साथ-साथ अन्य उपकरणों को भी उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।
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