लक्सर, हरिद्वार
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लक्सर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों से मिले और उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। हरीश रावत ज्यादातर इलाकों में पैदल ही निकले। हाथ में लाठी और पैरों में गम बूट के सहारे पूर्व सीएम ने कई इलाकों का जायजा लिया। लोगों ने भी हरीश रावत से खुलकर अपनी परेशानी और तकलीफ साझा की। बाढ़ पीड़ितों ने सरकारी मदद ना मिलने की शिकायत की साथ ही पानी की निकासी ना किए जाने पर भी नाराजगी जताई। हरीश रावत ने कुछ अफसरों से फोन पर बात की और उन्हें सुझाव दिये। हरीश रावत ने लोगों को भरोसा दिलाया कि उनसे जो भी हो पाएगा वो अपने स्तर पर मदद करेंगे। कुछ इलाकों में हरीश रावत बाइक पर भी गए और बाढ़ पीड़ितों का हाल जाना। हरीश रावत ने लोगों से ध्यान रखने की अपील की खास तौर पर बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखने को कहा।
75 साल की उम्र में भी हरीश रावत का इस तरह एक्टिव रहना और भीषण बाढ़ के बीच लोगों के बीच जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। हरीश रावत ने उम्र की परवाह किये बिना ही लोगों के बीच जाकर उनकी तकलीफ समझी और समाधान के लिए अफसरों से बात भी की। सवाल ये है कि क्या अब सरकारी मदद लोगों तक मिल पाएगी, क्या बाढ़ प्रभावितों तक राहत पहुंचाने के काम में सरकार तेजी लाएगी?
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