उत्तराखंड अपनी 25वीं वर्षगांठ की दहलीज पर खड़ा है। इन 25 सालों में राज्य की सत्ता पर बैठी राजनैतिक पार्टियां प्रदेश में विकास के कई दावे करती है। लेकिन इन्ही दावों की पोल उनके विधायक खोल रहे हैं। आपने अक्सर देखा होगा प्रदेश में सत्ताधारी दल बीजेपी अपने सभी कार्यक्रमों में राज्य के विकास को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है। लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों का विकास अब भी अधूरा है। इस बात को खुद राज्य में सत्ता पर काबिज पार्टी के विधायक ने कबूला है।
सत्ताधारी पार्टी BJP के विधायक खजानदास ने खुद अपनी ही पार्टी पर सवालिया निशान खड़े किए है.देहरादून नगर निगम के एक कार्यक्रम में विधायक ने भी ये माना है कि उत्तराखंड के निर्माण के पीछे जिन आंदोलनकारियों की शहादत है,उनके सपनों का राज्य आज भी अधूरा है। विधायक के मुताबिक सरकार को अब पहाड़ों में उद्योग स्थापित करने और स्थानीय रोजगार सृजन पर फोकस करना चाहिए।
बता दें अपनी ही सरकार के दावों के खिलाफ बयान देना ऐसा कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले भी सत्ताधारी दल के कई नेता ऐसे बयान दे चुके है, जो हकीकत को उजागर करने का काम करते है। विधायक का ये बयान इस बात की तस्दीक जरूर करता है कि पहाड़ों के दूर दराज के इलाकें आज भी विकास की राह देख रहे हैं। वहीं दूसरी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि खजान दास के अलावा बिशन सिंह चुफाल और दिलीप रावत जैसे अन्य विधायकों ने भी बयानबाज़ी की है जिससे साफ पता चलता है कि भाजपा के अंदर कुछ भी सामान्य नहीं है और आने वाले समय में यह स्थिति और भी गंभीर होगी।

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