उत्तराखंड में रानीखेत से बीजेपी विधायक प्रमोद नैनवाल ने उद्यान घोटाले को लेकर लगाए जा रहे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज किया है। हाईकोर्ट की ऑर्डर की कॉपी में विधायक के भाई सतीश नैनवाल का नाम है और सतीश नैनवाल को ब्रदर ऑफ सिटिंग एमएलए प्रमोद नैनवाल लिखा गया है।
इसी मसले पर सियासत गर्म है। मामले में उठे तूफान और बयानबाजी के बीच प्रमोद नैनवाल ने अपना पक्ष रखा है।
बीजेपी विधायक ने क्या कहा?
विधायक प्रमोद नैनवाल ने कहा कि उद्यान विभाग की एक योजना के तहत सेब के पौधों में 50 % की सब्सिडी सरकार की ओर से दी गयी थी जिसके आधार पर उनके भाई सतीश नैनवाल ने 2400 पौधे लगाए थे हालांकि जिस याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट में शिकायत की उनके अनुसार विधायक के पास तो इतनी ज़मीन ही नहीं है जिसमे इतनी संख्या में पेड़ लगाए जा सकते हैं।
मेरे खिलाफ साजिश- नैनवाल
विधायक प्रमोद नैनवाल ने इस आरोप को निराधार बताते हुए कहा है कि ये आरोप एक षड्यंत्र के तहत उनकी छवि को धूमिल करने के लिए लगाए गए हैं जिन पेड़ों की बात याचिकाकर्ता ने की है वो उनके नहीं बल्कि उनके भाई सतीश नैनवाल द्वारा लिए गए हैं और उनका नाम इस पूरे प्रकरण में बेवजह लिया जा रहा है , उन्हें इस पूरे मामले में जांच होने से कोई शिकायत नहीं है अगर किसी को उनकी संलिप्तता इस मामले में लगती है तो इसकी पारदर्शी जांच करवाई जाए। प्रमोद नैनवाल ने ये भी कहा कि उन्हें बदनाम करने के लिए कुछ लोग लगे हुए हैं लेकिन वो कभी सफल नहीं होंगे।
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