अतिवृष्टि से प्रभावित यमुनोत्री क्षेत्र में आवश्यक सुविधाओं की बहाली एवं सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाने के लिए विभिन्न विभागों के स्तर से तेजी से कार्रवाई की जा रही है।जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने संबंधित विभागों को इसके लिए जिम्मेदारी सौंपी है। इसके साथ ही अधिकारियों की टीम को मौके पर भेजकर नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट देने और तत्काल सुरक्षात्मक कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन द्वारा यात्रा के सुरक्षित व सुचारू संचालन हेतु सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं। यमुनोत्री धाम में आज भी तीर्थयात्रियों का आवागमन पूर्व की भांति जारी रहा।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिला नियंत्रण कक्ष में पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी तथा अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की और मौके पर गए अधिकारियों से भी वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि वर्तमान में यमुना नदी का जल स्तर सामान्य है।
यमुनोत्री क्षेत्र में बीती रात अतिवृष्टि होने के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से यमुनोत्री धाम एवं जानकीचट्टी में नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में कुछ सार्वजनिक व निजी संपत्तियों को नुकसान हुआ है।
यमुना नदी में जल स्तर बढ़ने की सूचना पर रात्रि में ही पुलिस, एसडीआरएफ एवं अन्य विभागों के कार्मिकों द्वारा नदी के आसपास के क्षेत्रों राणा चट्टी ,हनुमान चट्टी, स्यानाचट्टी, पालीगढ़ आदि स्थानों पर अलर्ट करने के साथ ही जानकीचट्टी क्षेत्र में नदी के निकटवर्ती क्षेत्रों में भवनों तथा होटलों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया था।
जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला, तहसीलदार बड़कोट धनीराम राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम के साथ नुकसान का जायजा लेने व राहत कार्यों के संचालन हेतु सुबह ही प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गए थे। इसके अलावा यूपीसीएल, जल संस्थान, लोनिवि आदि विभागों के अधिकारी भी अपनी टीमों के साथ मौके पर मौजूद हैं। क्षेत्र में स्वास्थ्य टीमें भी पूर्ववत तैनात हैं।
इसके साथ ही एसडीआरएफ की एक अतिरिक्त टुकड़ी व एनडीआरएफ के जवानों को भी प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया है। यमुनोत्री धाम में विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए क्षतिग्रस्त लाइन एवं पोलों की पुनर्स्थापना का कार्य जारी है।
जिलाधिकारी ने इस क्षेत्र में हुए नुकसान का आंकलन करने एवं बाधित आवश्यक सेवाओं को तत्काल बहाल करने हेतु उपजिलाधिकारी बड़कोट की अध्यक्षता में समिति गठित की है।
जिलाधिकारी ने जानकीचट्टी में सड़क की मरम्मत, यमुनोत्री मार्ग को सुचारू व सुरक्षित बनाये रखने के लिए लोनिवि व वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
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