28 June 2025

Pahad Ka Pathar

Hindi News, हिंदी समाचार, Breaking News, Latest Khabar, Samachar

मंत्री पर खतरे की तलवार! फैसले का इंतजार!

मंत्री पर खतरे की तलवार! फैसले का इंतजार!

उत्तराखंड कैबिनेट में विस्तार और फेरबदल की चर्चा तेज है। मंत्री अब अपनी कुर्सी बचाने के लिए बेचैन हैं तो विधायकों में कुर्सी पाने की उम्मीद जगी है। आलाकमान किस पर मेहरबान होगा और किस पर गाज गिरेगी फिलहाल इंतजार इसी बात का हो रहा है। शपथ की तारीख फाइनल होने से पहले देहरादून में हलचल तेज है। सबसे सयाने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को भी खतरे क अहसास हो गया है। सियासी तौर पर अपनी धमक और चमक बनाए रखने के लिए महाराज ने कवायद शुरू कर दी है। शनिवार को अचानक देहरादून में बीजेपी दफ्तर पहुंचना और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से मुलाकात करना भी उसी कड़ी का एक हिस्सा है। कैबिनेट की कुर्सी कायम रहे इसे लेकर महाराज ने बंद कमरे में महेंद्र भट्ट के साथ लंबी चर्चा की हालांकि औपचारिक तौर पर किसी ने भी ये बयान नहीं दिया है मगर अटकलें यही हैं कि कुछ मंत्री कैबिनेट से हटाए जा सकते हैं, अब बाहर होने वाले मंत्री कौन कौन हैं इसी बात पर उलझन है। विवादों में रहे प्रेम चंद अग्रवाल की कुर्सी पर भी खतरा है। बार बार दिल्ली की सियासत का सपना देखने वाली रेखा आर्य के लिए भी मुश्किल वक्त है अटकलें इस‌ बात की हैं कि रेखा को कैबिनेट से हटाकर 2024 में अल्मोड़ा लोकसभा सीट से मैदान में उतारा जआ सकता से है यानि अजय टम्टा के खिलाफ जो नाराजगी है लोगों में उसे दूर करने के लिए अजय टम्टा का टिकट काटा जा सकता है। ऐसी ही उलझनों के बीच सतपाल महाराज को भी डर सता रहा है। माना जा रहा है कि उम्र का हवाला देकर महाराज को कैबिनेट से ठीक उसी तरह बाहर किया जाएगा जैसे बिशन सिंह चुफाल को किया गया था। वैसे भी जुलाई 2021 में जब धामी को सीएम बनाया गया था तब विरोध करने वाले नेताओं में सतपाल महाराज भी शामिल थे। हरक सिंह रावत, यशपाल आर्य, बिशन सिंह चुफाल भी वो मंत्री थे जिन्होंने धामी को सीएम बनाए जाने पर एतराज जताया था और शपथ लेने से इनकार कर दिया था। यशपाल आर्य और हरक रावत पहले ही बीजेपी छोड़कर जा चुके हैं जबकि बिशन सिंह चुफाल को घर बिठा कर धामी अपना बदला ले चुके हैं। अब इकलौते सतपाल महाराज ही हैं जिनसे धामी को हिसाब बराबर करना है इसलिए सतपाल महाराज की कुर्सी जाने की अटकलें ज्यादा हैं। अब इंतजार इसी बात का है कि कैबिनेट में विस्तार या फेरबदल कब होगा। उसके बाद ही साफ होगा कि जो मंत्री डरे हुए हैं उनका राजनीतिक भविष्य आगे किस तरफ बढ़ेगा?

See also  रि. कर्नल रतन राम नेगी बनाए गए उत्तराखंड कांग्रेस भूतपूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष