9 November 2025

Pahad Ka Pathar

Hindi News, हिंदी समाचार, Breaking News, Latest Khabar, Samachar

त्रिवेंद्र रावत ने उत्तराखंड की कानून व्यवस्था में सुधार की दी नसीहत, हरक रावत पर भी साधा निशाना

त्रिवेंद्र रावत ने उत्तराखंड की कानून व्यवस्था में सुधार की दी नसीहत, हरक रावत पर भी साधा निशाना

हरिद्वार से सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस वक्त जो हालात उत्तराखंड के हैं उनमें सुधार की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने आगाह करते हुए मौजूदा सरकार से कहा कि किसी भी हालत में भारतीय जनता पार्टी की छवि खराब नहीं होनी चाहिए जो लोग भी पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश करेंगे हम उन्हें बार-बार चेताएंगे ये हमारा फर्ज है।

पत्रकारों से बातचीत के दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा जिस तरह के हालात इस टाइम है और पुलिस कुछ मामलों में 8 महीने से और कुछ मामलों में दो-दो महीना से प्राथमिक रिपोर्ट तक नहीं लिख रही है यह वाकई में गंभीर चिंता और अफसोस का विषय है। उन्होंने स्पष्ट किया की जनता ने बीजेपी को भरोसा करके 47 विधायक दिए और पांच सांसद जिता कर दिए तो हमें हर हाल में जनता का भरोसा बरकरार रखना होगा।

See also  मुख्य सचिव ने लिया पीएम के दौरे की तैयारी का जायजा

कांग्रेस के नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के आरोप पर उन्होंने कहा कि हरक सिंह रावत पर बहुत भरोसा नहीं किया जा सकता वह कब क्या बोलेंगे यह उन्हें भी पता नहीं होता है इस वक्त वह है अपने जीवन के संक्रमण काल से गुजर रहे हैं इसलिए कुछ भी अनर्गल प्रलाप करते हैं। जहां तक बीजेपी को 30 करोड़ चंदा मिलने का सवाल उन्होंने उठाया है तो मैं स्पष्ट कर दूं और जनता को भी बता दूं 27 करोड़ का चंदा बीजेपी को मिला यह चंदा पारदर्शिता के साथ बैंक के माध्यम से पार्टी को प्राप्त हुआ है। सारी की सारी राशि का एक-एक हिसाब मौजूद है मेरा मानना है पार्टी को अगर कहीं से भी मदद मिलती है तो वह पारदर्शिता के साथ मिलनी चाहिए और हमने ऐसा किया है। देश की सभी राजनीतिक पार्टियों को चंदा मिलता है इसमें कहीं से भी कोई बात गलत नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा हरक सिंह रावत कभी-कभी सच बोल देते हैं वरना जो आज कहते हैं कल उससे वह पलट जाते हैं।

See also  चमोली में राज्य आंदोलनकारियों को किया गया सम्मानित

राज्य में खनन के क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में राज्य में कानून के दायरे में ही काम होना चाहिए खनन होना अनिवार्य है यह बहुत जरूरी है अगर ऐसा नहीं होगा तो नदियों की वजह से हमारे खेत खलियान कट जाएंगे और राजस्व भी प्राप्त नहीं होगा। कुदरत से हमें लेना है खनन होना चाहिए लेकिन मर्यादा में उन्होंने उदाहरण दिया अगर हम तालाब से पानी लेते हैं तो हमें जरूर का पानी लेना होगा मशीन लगाकर तालाब को खाली नहीं कर जा सकता। इसी तरीके से खनन तो हो लेकिन कानून हो।

हाल में गैरसैण में संपन्न हुए मानसून सत्र के दौरान विपक्ष के नकारात्मक रवैया पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि किसी भी मुद्दे पर विरोध करना तो विपक्ष का अधिकार है लेकिन यह विरोध नियम कानून के तहत मर्यादित होना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देकर कहा कि आज सत्ता में बीजेपी की सरकार है तो कांग्रेस का सदन में अमर्यादित आचरण नहीं होना चाहिए यह अधिकार किसी को भी नहीं है वो सदन में अध्यक्ष के आसन के सामने बिस्तर लगाकर लेट जाएं और रात भर वही सोता रहे। भविष्य में अगर कांग्रेस की सरकार राज्य में आए तो बीजेपी अगर ऐसा आचरण करेगी तो क्या कांग्रेस को अच्छा लगेगा। कुछ कर्तव्य निभाने होते हैं और जब हम फर्ज निभाते हैं तो जनता हमें देख रही होती है उसी के विश्वास से कोई भी व्यक्ति विधायक बनकर विधानसभा पहुंचता है। अगर हम जनता के दिए हुए दायित्व को नहीं निभाते हैं तो जनता अपने आप हिसाब कर देती है।