देहरादून मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह आनंद ने एक बयान जारी करते हुए रोजमर्रा की बिजली की स्थिति पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि ऐसे प्रदेश को ऊर्जा प्रदेश कहना खुद को हंसी का पात्र बनाने जैसा है। जहां पर 12-12 घंटे लोगों को बिजली के लिए इंतजार करना पड़ रहा है ना तो यहां पर पिछले कई दिनों से पानी की समस्या का समाधान किया जा रहा है ना कि बिजली की समस्या का समाधान किया जा रहा है ना तो इस प्रदेश को ऊर्जा प्रदेश कहा जा सकता है ना ही इस देहरादून सिटी को स्मार्ट सिटी स्मार्ट सिटी के नाम पर यहां पर दीवारें पोतने के अलावा कोई काम नहीं किया गया। यही पैसा अगर सही में सिटी को स्मार्ट बनने पर लगाया होता तो आज यह बिजली की समस्या ना हो रही होती ना तो यहां पर कोई सोलर सिस्टम लगाए गए जिससे बिजली की समस्या का समाधान हो पाता और ना ही ट्रांसफार्मर चेंज किए गए पूरे शहर के आए दिन ट्रांसफार्मर फूक जाते हैं और बिजली की समस्या का सामना जनता को करना पड़ता है कई कई घंटे तक बिजली नहीं आती है जिसकी वजह से पानी भी नहीं आता। उन्होंने आगे कहा आम जनता परेशान है लेकिन ना तो किसी विधायक ना ही मुख्यमंत्री के कान पर जूं रेंग रही है क्योंकि वो तो अपने ए सी कमरों में बैठकर आराम फरमा रहे हैं उनको कोई मतलब नहीं की जनता इतनी भारी गर्मी में जहां पर 42 डिग्री पहुंच गया है परेशान हो रही है।
More Stories
पिथौरागढ़ में विकास योजनाओं के लिए सीएम धामी ने दी बजट को मंजूरी
गणेश उपाध्याय ने बीजेपी सरकार के 3 साल के कार्यकाल को हर मोर्चे पर बताया फेल
सीएम धामी ने अफसरों को दिए 10 साल की वित्तीय योजना बनाने के निर्देश