हर्षिल में आयोजित ‘वाईब्रेंट विलेज परिचर्चा सम्मेलन‘ में राज्यपाल गुरमीत सिंह ने विभिन्न विभागों के साथ ही स्वयं सहायता समूहों व किसानों के द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में खेती-बागवानी, पर्यटन, स्वरोजगार के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों और संभावनाओं की जानकारी ली।
इस सम्मेलन के माध्यम से सीमांत क्षेत्र में हो रहे उल्लेखनीय बदलावों के साथ ही इस इलाके के अनूठे सांस्कृतिक एवं सामाजिक परिवेश की बहुरंगी व जीवंत तस्वीर देखकर मन प्रफुल्लित हो उठा।
खेती किसानी के तौर-तरीके में हो रहे बदलावों की बारीकी से जानकारी ली और सेब उत्पादकों से भेंट करने के साथ ही इस क्षेत्र में उत्पादित सेब की विभिन्न किस्मों की प्रदर्शनी देखा। इस आयोजन के बाद जनजाति बाहुल्य गांव बगोरी में ग्रामीणों से भेंट की और ऊन व्यवसाय से जुड़ी महिलाओं के उत्पादों को भी देखा।
More Stories
सांसद अनिल बलूनी ने चमोली में विकास कार्यों को लेकर दिए निर्देश
वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का मौका
आज से शीतकालीन यात्रा की शुरुआत होगी