पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बेलडा में युवक की संदिग्ध मौत के मुद्दे पर सरकार को एक बार फिर घेरा है। हरीश रावत ने सरकार से पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद करने की मांग भी की है। हरीश रावत ने लिखा है बेलडा में जिस व्यक्ति ने अपना पुत्र खोया उस परिवार से मिलने, विशेष तौर पर उस परिवार की महिलाओं से मिलने के बाद मैं बहुत व्यथित हूं। कोई भी कारण हो मगर पुलिस को महिलाओं, बच्चों पर लाठी नहीं चलानी चाहिए थी और महिलाओं को ऐसे स्थानों पर मारा गया है जिससे पुलिस की लाठीचार्ज की बर्बरता का अनुमान लगता है। मैं इस बर्बरता से बहुत चिंतित हूं, कारण कुछ भी हो मगर बर्बरता सही नहीं है, बड़ी संख्या में लोग जेल में हैं, अधिकांश वो लोग हैं जो लोग संवेदना प्रकट करने अपने रिश्तेदारी आदि का कर्तव्य का पालन करने गए थे, अभी तक शासन का हाथ पीड़ित विधवा की मदद के लिए नहीं उठा है। जिन दो बच्चों ने अपना बाप खोया है, जिस जवान पत्नी ने अपना पति खोया है, बाप और मां ने सहारा खोया है, आखिर मृतक की विधवा पत्नी को 20-25 लाख और ऐसी स्थितियों में जो सहायता दी जाती है वह सहायता तो दे ही दी जानी चाहिए। शासन की इस संवेदन हीनता से भी मैं आहत महसूस कर रहा हूं, फिर वहां एक चर्चा थी कि पुलिस ने लाठीचार्ज एक भूतपूर्व मंत्री के आदेश पर किया। मंत्री ने कहा कि इनके जो लोग 302 में मुकदमा दर्ज करने की बात कर रहे हैं इनके होश ठिकाने लगा दो! जब एक मंत्री के आदेश पर होश ठिकाने लगाने के लिए इतना बर्बर लाठीचार्ज हुआ है तो इससे पुलिस का चेहरा धूमिल हो, उस पर दाग लगे, इसलिए समस्त प्रकरण, गंभीर, उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की अपेक्षा करता है। मैं क्या कर सकता हूं! मैं प्रायश्चित स्वरूप रविदास मंदिरों तक पदयात्रा ही कर सकता हूं, यह मैं करूंगा। कांग्रेस संघर्ष करेगी, लड़ेगी! मैं भी कांग्रेस के साथ खड़ा हूंगा। मुझे ज्ञात हुआ है कि आज विधानमंडल दल के कांग्रेस पक्ष के नेता और उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पीड़ित परिवार से और पीड़ित लोगों से मिलने जा रहे हैं।
More Stories
140 दिन से चल रहा अनूठा आंदोलन
पिथौरागढ़ में सेना की भर्ती के दौरान बदइंतजामी को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर बोला हमला
महेंद्र भट्ट ने केदारनाथ में बीजेपी की एकतरफा जीत का दावा किया