स्वास्थ्य सचिव डॉ.आर. राजेश कुमार ने आज जनपद रुद्रप्रयाग पहुँचकर जिला प्रशासन सहित पुलिस, आपदा प्रबंधन,परिवहन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। डॉ. राजेश ने कहा कि हम प्रारंभिक चरण में बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं की वजह से चुनौती का सामना कर रहे हैं, लेकिन यह बेहतर योजना, तैयारी और निष्पादन के माध्यम से उन्हें बेहतर सेवा देने का एक अवसर भी प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित पुलिस अधिकारी यातायात के प्रवाह को प्रबंधित कर रहे हैं और भक्तों को पार्किंग स्थान खोजने में सहायता कर रहे हैं। हेलीकॉप्टर सेवाओं को स्पष्ट समय सारिणी और बुकिंग प्रणाली के साथ बेहतर बनाया गया है, ताकि भीड़भाड़ और प्रतीक्षा समय को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि एक समर्पित टीम नियमित रूप से इन सुविधाओं की रखरखाव करती है। खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, भोजनालयों में नियमित निरीक्षण किए जाते हैं और केवल प्रमाणित विक्रेताओं को ही भोजनालय संचालित करने की अनुमति दी जाती है। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि यात्रा मार्ग के साथ चिकित्सा पोस्ट स्थापित किए गए हैं, जो आवश्यक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित हैं और योग्य कर्मियों द्वारा संचालित हैं। एम्बुलेंस और आपातकालीन चिकित्सा टीमें तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए स्टैंडबाय पर हैं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ ले जाने के लिए खच्चरों का उपयोग आवश्यक है इसलिए खच्चरों को स्वस्थ और फिट रखने के लिए विशेष पशु चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही है। खच्चरों के स्वास्थ्य के लिए नियमित जांच, उपचार और पर्याप्त आराम और खाद्य सुविधाएं सुनिश्चित की जाती है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में प्रशासन किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। जमीनी स्तर पर लागू किए गए नए उपाय चारधाम यात्रा के अनुभव को बहुत हद तक बढ़ाएंगे।
More Stories
सांसद अनिल बलूनी ने चमोली में विकास कार्यों को लेकर दिए निर्देश
वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का मौका
आज से शीतकालीन यात्रा की शुरुआत होगी