गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (एनडीएमए) के चार सदस्यीय दल ने आज माणा गांव के समीप हुए हिमस्खलन क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया गया। ताकि रिपोर्ट तैयार कर आपदा की रोकथाम और आपदा राहत कार्यों को बेहतर किए जाने के सुझाव दिए जा सके।

एनडीएमए की टीम सोमवार को हेलिकॉप्टर से सुबह 9 बजे बदरीनाथ धाम पहुंची। जिसके बाद टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण कर आईटीबीपी और बीआरओ के अधिकारियों से घटना और राहत बचाव कार्य की विस्तृत जानकारी ली । टीम ने आईटीबीपी, बीआरओ और स्थानीय प्रशासन से आपदा राहत कार्यों के लिए किए जाने वाले कार्यों में आने वाली परेशानियों की जानकारी भी ली। इस दौरान ब्रिगेडियर (से०नि०) रविन्द्र गुरुंग ने माणा आपदा के दौरान राहत और बचाव अभियान का हिस्सा रहे आईटीबीपी के जवानों से संवाद भी किया।
गौरतलब है कि 28 फ़रवरी 2025 को माणा गाँव के समीप हुए हिमस्खलन में 54 मजदूर फंस गए थे। जिनमें से 46 को बचा लिया गया था। जबकि 8 व्यक्ति घटना में कालकवलित हो गए थे। जिसे देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से आपदा से पूर्व में ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने और आपदा राहत प्रणाली को मजबूत करने की मंशा सेराष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम को घटना की समीक्षा करने के आदेश दिए गए हैं। जिससे भविष्य में सुरक्षा इंतजाम और आपदा राहत कार्यों की बेहतर व्यवस्था की जा सके।
इस मौके पर जीडीआरएफ के वैज्ञानिक डॉ अमरीश सिंह, एफडीआरएफ के वैज्ञानिक डॉ ए. उपाध्याय, 15 एनडीआरएफ के कमांडेंट सुदेश कुमार, उप जिलाधिकारी चंद्रशेखर विशिष्ट, आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी, आईटीबीपी के सीओ पीयूष सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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