त्रिवेंद्र रावत की आम पार्टी में हरीश रावत के जाने के बाद उत्तराखंड की राजनीति में घमासान छिड़ गया है। कांग्रेस के कुछ नेताओं की ओर से की गई बयानबाजी पर अब पूर्व सीएम हरीश रावत ने पलटवार किया है। हरीश रावत ने नाम लिये बिना रणजीत रावत और हरक सिंह रावत पर जबरदस्त हमला किया है। हरीश रावत ने दोनों नेताओं को कठघरे में खड़ा किया और उनके बयानों का जवाब दिया। हरीश रावत ने साफ किया है कि राजनीति में आपसी सौहार्द बनाए रखना भी जरूरी है और इसके लिए सबको कोशिश करनी चाहिए। हरदा ने कहा कि कुछ लोग सिर्फ बयानबाजी करते हैं लिहाजा ऐसे लोगों से सीख लेने की कोई जरूरत नहीं है। हरीश रावत ने सल्ट उपचुनाव और दलबल का जिक्र करते हुए तंज कहा है।
हरीश रावत ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पोस्ट पर पूर्व सीएम ने लिखा #राजनीति की भी कैसी माया है? #आम मैंने खाया और राजनीतिक मुंहपके के बीमार कुछ और लोग हो गये। मैंने दिन के उजाले में आम खाया है। मैं रात के अंधेरे में मुख्यमंत्री जी के पास अपना या अपने करीबी का क्रेसर बचाने के लिए नहीं गया, न मैंने लोकसभा के चुनाव में चुप्पी साधने का किसी को वचन दिया! राजनीति के अंदर राजनीतिक सौहार्द और शिष्टाचार को आगे बढ़ाने की पहल मैं नहीं करूंगा तो फिर इस राज्य के अंदर उस व्यक्ति का नाम बताइए जो इस पहल को करेगा? एक-दो ही लोग हैं जिनको इस तरीके की पहल प्रारंभ करनी चाहिए और दोनों तरफ से करनी चाहिए। राजनीति सिद्धांतों, विचारों और परिश्रम का खेल है। मैं उन लोगों से सीख नहीं लेना चाहूंगा, जिन लोगों ने विधानसभा चुनाव से पूर्व हुए सल्ट के उप चुनाव में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ खुलेआम काम कर सल्ट में जी-तोड़ मेहनत कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं का अपमान किया था। मैं तो 57 साल से कांग्रेस की राजनीति में एक निष्ठ भाव से एक ही स्थान पर खड़ा हूं और जो स्थान बदलने के विषय में माहिर हैं। जिनके विषय में कहां नहीं जा सकता है कि आज कहां हैं और कल कहां होंगे? ऐसे लोग कम से कम मुझे पार्टी की निष्ठा के संबंध में उपदेश न दें तो अच्छा रहेगा।
हरक और रणजीत ने क्या कहा था?
कांग्रेस के दोनों नेताओं ने हरीश रावत पर निशाना साधा था। दोनों ने ही त्रिवेंद्र की आम पार्टी में शामिल होने पर कहा था कि इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है। रणजीत रावत ने कहा था कि पार्टी आम नहीं बल्कि बेहद खास थी। रणजीत रावत ने ये भी कहा था कि हरीश रावत ने लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी की तारीफ करके कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आलसी कहा जिससे उनका मनोबल टूटा। हरक रावत ने कहा था कि उनके पीछे ईडी लगाने की यही वजह है। इन बयानों को लेकर ही हरीश रावत ने जवाबी हमला बोला है।
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