जोशीमठ में भारी निर्माण पर रोक के बावजूद कुछ प्रभावशाली लोग मनमानी कर रहे हैं। इसे लेकर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री धामी को शिकायती ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में लिखा गया है
विषय: जोशीमठ में आपदा के चलते हर तरह के निर्माण पर रोक के बावजूद, प्रभावशाली लोगों द्वारा भारी निर्माण जारी और गरीब प्रभावितों पर सख्ती के सन्दर्भ में ।
महोदय, जनवरी 2023 से जोशीमठ में सभी तरह के निर्माण पर रोक है । इसके बावजूद प्रभावशाली लोगों द्वारा निर्माण कार्य लगातार जारी है । कई बार के ध्यान दिलाने के बाद भी इसमें कोई रोक नहीं है । जबकि गरीब जरुरत मंद अगर अपने क्षतिग्रस्त भवन की जगह अस्थाई टीन शेड भी बनाना चाहे तो उस पर पूरी सख्ती है ।
अभी हाल में लोगों ने औली रोड़ पर एक होटल के भारी निर्माण ,और बदरीनाथ रोड पर होटल निर्माण के आलावा आईटीबीपी,सेना के द्वारा निर्माण की लगातार शिकायतें की गई हैं । इससे पूर्व यही शिकायत आपदा प्रबन्धन सचिव से लोगों ने 20जनवरी की आम बैठक में की थी । इसके उपरांत सेना, आईटीबीपी के निर्माण के संदर्भ में संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने एक मार्च 2024 में सचिव आपदा प्रबन्धन से मुलाकात के समय अपनी चिन्ता व्यक्त की थी ।
महोदय, इसके बाद भी इस पर कोई रोक नहीं लगी है । इससे न सिर्फ शाशन के आदेशों की अवहेलना हो रही है बल्कि जोशीमठ में भविष्य में होने वाले स्थाईकरण के कार्य भी प्रभावित होंगे । कानून के समक्ष समान व्यवहार का भी यह खुला उल्लंघन है ।
महोदय, जोशीमठ के बहुत से प्रभावित परिवार और संवेदनशील क्षेत्र में रहने वाले परिवार अपने भविष्य के दृष्टिगत,अपनी ही सुरक्षित क्षेत्र की भूमि पर,अस्थाई टीन शेड आदि बना कर अपनी व्यवस्था करना चाहते हैं । निर्माण पर रोक से वे यह करने में असमर्थ हैं । जब तक कोई स्थाई नीति अथवा व्यवस्था नहीं बनती ,उन्हें अस्थाई टीन शेड बनाने की अनुमति देना न्यायसंगत होगा।
महोदय, पिछले डेढ़ साल से सभी तरह के निर्माण बन्द होने से बहुत से लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है । जिसमें इस व्यवसाय से जुड़े लोगों के अतिरिक्त दैनिक कार्य करने वाले गरीब मजदूर सार्वाधिक प्रभावित हुए हैं । आपसे वार्ता में उनके नुकसान भरपाई के लिए मुआवजा देने पर सहमति बनी थी । इस पर तुरंत अमल किया जाना चाहिए जिससे उनके परिवार को संकट से उबारा जा सके ।
उपरोक्त के दृष्टिगत हमारी मांग है कि..
1 . जोशीमठ में भारी निर्माण रोक का शासनादेश सब पर समान रुप से लागू किया जाए ।
2 . प्रभावित एवम असुरक्षित क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अस्थाई टीन शेड निर्माण एवम सुरक्षा हेतु सुधारीकरण के कार्य करने की अनुमति दी जाए ।
3 . निर्माण कार्य पर रोक से प्रभावितों का मुआवजा तय कर शीघ्र वितरित किया जाए ।
4 . जोशीमठ के स्थाईकरण ( stabilization)के कार्य शीघ्र प्रारम्भ किए जाएं ।
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