उत्तराखंड में पूर्व दर्जा राज्य मंत्री और कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ गणेश उपाध्याय ने किच्छा चीनी मिल पहुंचकर किसानों के साथ अधिशासी निदेशक त्रिलोक सिंह मर्तोलिया से मुलाकात की। उपाध्याय ने धामी सरकार और गन्ना मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि किच्छा चीनी मिल में अभी तक पेराई शुरू नहीं हो पाई है। सरकार की लापरवाही से गन्ना किसान बेहद आहत और परेशान हैं, किसानों का गन्ना खेतों में सूखने लगा है, गन्ना पूर्व की बारिश और हवा से बरबाद की कगार पर है, साथ ही चूहे भी गन्ने की फसल को भारी नुक्सान पहुंचा रहे हैं।
सरकार द्वारा गन्ना मूल्य भी अभी तक निर्धारित नहीं किया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पेराई सत्र समय पर शुरू नहीं होने से गेहूं बुबाई समय पर नहीं हो सकेगी। जिससे किसान औने पौने दामों पर गन्ना बेचने पर मजबूर होते हैं। गणेश उपाध्याय ने चेतावनी देते हुए कहा कि किच्छा चीनी मिल में 20 नवम्बर तक हर हाल में पेराई सत्र शुरू कर दिया जाये, अन्यथा 21 नवम्बर को प्रशासनिक भवन के सामने धरना प्रदर्शन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि एक ओर उत्तराखंड अपनी स्थापना की रजत जयंती बना रहा है, वहीं किसानों के हालात और बदहाली पर उत्तराखंड किस प्रकार अव्वल प्रदेश बनेगा ये चिंता का विषय है। गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 500 रु० कुंतल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊधम सिंह नगर जिले की सोसाइटियों में डीएपी, एनपीके खाद की भारी कमी बनी हुई है। इस दौरान डॉ गणेश उपाध्याय के साथ , किसान कांग्रेस महामंत्री महिपाल सिंह बोरा, देवेंद्र विर्क, प्रभु जोशी, विनोद जोशी ,खड़कचंद, शैलेश जोशी ,अशोक कुमार, एन यू खान, ताहिर मलिक, सईदुल रहमान, विनोद, दिलीप सिंह बिष्,ट पुरन रावत सहित तमाम किसान और समाजसेवी उपस्थित थे।
वहीं चीनी मिल अधिशासी निदेशक त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने बताया कि चीनी मिल पेराई सत्र 2024-25 शुरू करने के करीब है, 20 नवम्बर के समीप पेराई सत्र प्रारम्भ कर दिया जायेगा। सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है।
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