16 September 2024

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समीक्षा से पहले कांग्रेस में संग्राम

समीक्षा से पहले कांग्रेस में संग्राम

लोकसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा के लिए कांग्रेस को 1 महीने 14 दिन बाद वक्त मिल ही गया। 4 जून को लोकसभा के नतीजे आए थे कांग्रेस लगातार तीसरी बार उत्तराखंड की पांचों सीटों पर हारी। लिहाजा आलाकमान ने पीएल पुनिया की अगुवाई में एक कमेटी बनाई जो पता लगाएगी कि आखिर हार का सामना क्यों करना पड़ा। पीसीसी चीफ करन माहरा कहते रहे हैं कि अगर बड़े नेता चुनाव लड़ते तो नतीजे कांग्रेस के पक्ष में होते। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दावा किया का अगर सीनीयर नेता लड़ते तब भी कांग्रेस की हार होती हां हार का अंतर शायद कम रह सकता था। ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या सीनियर लीडर्स को पहले ही हार का अंदेशा था? अगर ऐसा था तो रणनीति में बदलाव क्यों नहीं किया गया? ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब शायद फैक्ट फाइंडिंग टीम तलाश करने की कोशिश करे। मगर इतना साफ है कि समीक्षा बैठक के बहाने कांग्रेस की गुटबाजी जरूर एक बार फिर चौराहे पर आएगी क्योंकि पार्टी की अंदरूनी जंग बेहद विस्फोटक स्थिति में है। पौड़ी सीट से चुनाव लड़े गणेश गोदियाल कह चुके हैं कि कांग्रेस अपनी बात सही तरीके से जनता तक नहीं पहुंचा पाई खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस पहुंच ही नहीं पाई। गोदियाल ने नाम लिए बिना कुछ कांग्रेसियों पर बीजेपी की मदद करने का आरोप भी लगाया है। ऐसे में सवाल है कि क्या बैठक में उन नेताओं के नाम भी सामने आएंगे। प्रीतम सिंह पूरे चुनाव में टिहरी सीट तक ही सीमित रहे इस बार उनकी चकराता विधानसभा में भी कांग्रेस पिछड़ गई। लिहाजा तमाम मसले हैं जिन पर चर्चा होगी।

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देहरादून में 3 दिन तक होगा हार पर मंथन

आलाकमान की ओर से लोकसभा चुनाव परिणामों के लिए गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य पूर्व सांसद पी.एल. पूनिया और सांसद रजनी पाटिल 18 जुलाई से 20 जुलाई तक उत्तराखण्ड के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे। ये जानकारी उत्तराखंड कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने दी है। उत्तराखंड दौरे के दौरान कमेटी के सदस्य पांचों संसदीय क्षेत्रों के पूर्व सांसद, सांसद प्रत्याशी, विधायक, पूर्व विधायकों, एआईसीसी, पीसीसी सदस्यों, जिला, ब्लॉक, नगर कांग्रेस अध्यक्षों और अनुषांगिक संगठन, विभाग और प्रकोष्ठ के अध्यक्षगणों के साथ मुलाकात करेंगे। अब बड़ा सवाल है कि क्या हार की वजह पता लगने के बाद आलाकमान क्या एक्शन लेगा और पार्टी की मजबूती के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।