उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा स्थगित होने के बाद बीजेपी सरकार पर हमला बोला है साथ ही कुछ सवाल पूछे हैं। हरीश रावत ने कहा है।
कांग्रेस की #श्री_केदारनाथ_प्रतिष्ठा_रक्षा_यात्रा का सीतापुर (केदारघाटी) में समापन हुआ, आगे यात्रा का संचालन असंभव था, यात्रा ने कई ज्वलंत प्रश्नों को उकेरा है…!!
1. दिल्ली में केदार धाम मंदिर से धाम शब्द हटा देने के बावजूद श्री केदार मंदिर से दिल्ली गई शिला, सरकार कब तक वापस लाएगी?
2. मंदिर में मंडित चांदी के परतों को कहां रखा गया है, उनके स्थान पर लगाई गई तथाकथित सोने की परतें अब तांबे में क्यों बदल गई हैं ? इस समस्त गड़बड़ घोटाले का दोषी कौन है, धर्मस्व मंत्री/बीकेटीसी अध्यक्ष या संपूर्ण सरकार ?
3. ज्योतिष पीठ के आदरणीय शंकराचार्य को एक राजनैतिक दल का एजेंट बताने संबंधी बयान देने वाले व्यक्ति को सरकार व भाजपा पद से क्यों नहीं हटा रही है?
4. कभी यात्रियों का पंजीकरण, कभी पंजीकरण नहीं, कभी फिर पंजीकरण के नाम से चारधाम यात्रा को अव्यवस्थित बनाने तथा इस गड़बड़ झाले के कारण लाखों यात्रियों के हरिद्वार, ऋषिकेश यहां तक कि आधे यात्रा मार्ग से वापस लौटने व यात्रा को रद्द करने के लिए दोषी कौन, मुख्यमंत्री/धर्मस्व मंत्री या प्रशासन?
5. चारधाम यात्रा के दौरान रात्रि काल में यात्रा को बंद रखने के पूर्ववर्ती सरकार के निर्णय को बदलकर 24 घंटे यात्रा आवागमन को खुला रखने का आदेश जारी कर यात्रा को चौपट करने के लिए दोषी कौन ?
सरकार ने काम क्या किया?
6. भैरव मंदिर पहाड़ी और रामबाड़ा, तल्ली लिंचोली से लेकर केदारपुरी तक मंदाकिनी द्वारा किए जा रहे भू-कटाव/भू-क्षरण को रोकने के उपाय क्यों नहीं किए गए?
7. भीमबली एवं गौरीकुंड के विकास एवं सुरक्षा के स्वीकृत कार्य को किसके आदेश पर रोका गया? भीमबली तल्ली लिंचोली, मल्ली लिंचोली, केदारपुरी रोपवे के निर्माण के प्रोजेक्ट को क्रियान्वित न करने का क्या कारण है?
8. चौमासी होकर केदारपुरी के लिए वैकल्पिक निकासी मार्ग पर कार्य क्यों नहीं प्रारंभ किया गया? प्रधानमंत्री जी द्वारा अपनी पहली केदार यात्रा में पुराने ध्वस्त पड़े पुराने परंपरागत मार्ग का पुननिर्माण क्यों नहीं किया गया?
9. क्या लैंसडाउन में स्थापित डॉप्लर रडार ने काम करना प्रारंभ कर दिया है? क्या इस रडार से केदार क्षेत्र के आस-पास आई प्राकृतिक आपदा से कई स्थानों पर बादल फटने के संकेत प्राप्त हुए थे ? क्या उनका उपयोग यात्रा मार्ग के यात्रियों को सुरक्षित रखने के लिए किया गया?
More Stories
रुद्रप्रयाग में डंपर खाई में गिरने से 2 लोग घायल
उत्तराखंड प्रीमियर लीग का आगाज
आदि कैलाश रूट पर फंसे यात्रियों का रेस्क्यू