पंच केदारों में चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ के कपाट खुलने की प्रक्रियाओं के तहत कल भगवान की उत्सव डोली गोपीनाथ मंदिर से रुद्रनाथ मंदिर के लिए रवाना हुई। कपाट 18 मई को ब्रह्म मुहूर्त में विधि विधान से ग्रीष्मकाल के लिए खुलेंगे। कल यात्रा ल्वींटी बुग्याल में रात्रि विश्राम के लिए रुकी।
गोपीनाथ मंदिर परिसर में पुजारी आचार्य वेद प्रकाश भट्ट ने भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह मूर्ति का अभिषेक और वैदिक मंत्रों के साथ पूजा-अर्चना की। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने भगवान रुद्रनाथ को नौ-नाज (नया अनाज) अर्पित कर पूजा-अर्चना कर कुशलता की मनौतियां मांगी।
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