1 June 2025

Pahad Ka Pathar

Hindi News, हिंदी समाचार, Breaking News, Latest Khabar, Samachar

महेंद्र भट्ट बोले धामी सरकार की पहल और एजेंसियों की मजबूत पैरवी से मिला अंकिता भंडारी केस में इंसाफ

महेंद्र भट्ट बोले धामी सरकार की पहल और एजेंसियों की मजबूत पैरवी से मिला अंकिता भंडारी केस में इंसाफ

उत्तराखंड बीजेपी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने दुखद अंकिता प्रकरण में आए न्यायालय के निर्णय को देवभूमिवासियों को संतोष देने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों के अकाट्य सबूतों और मजबूत पैरवी के चलते हम दिवंगत बेटी को न्याय दिलाने में सफल हुए हैं। अब राजनैतिक एवं सामाजिक पक्षों को भी, मुद्दे की संवेदनशीलता और गंभीरता को ध्यान में रखते हुए प्रतिक्रिया देने की जरूरत है। महेंद्र भट्ट ने कहा कि अंकिता की निर्मम हत्या से उसके परिजनों के जीवन की कमी कोई दूर नहीं कर सकता है। लेकिन कोटद्वार अदालत का इस घटना के तीनों दोषियों को कठोरतम सजा के रूप में तमाम उम्र जेल में रखने का आदेश, उनकी पीड़ा को कुछ कम करने का काम अवश्य सफल होगा। न्यायिक प्रक्रिया के पूर्णतः पालन करने से आए इस निर्णय में थोड़ा समय अवश्य लगा, लेकिन फिर भी रिकॉर्ड पौने तीन साल के बाद आया यह निर्णय दुखी प्रदेशवासियों को संतुष्टि देने वाला है।

See also  गैरसैंण में बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन

उन्होंने इस निर्णय के लिए मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में, इस प्रकरण को अंजाम तक पहुंचाने के लिए जांच एजेंसियों की भी सराहना की है। क्योंकि जिस तरह संज्ञान में आते ही एफआईआर के बाद 24 घंटे में दोषियों की गिरफ्तारी हुई और 48 घंटे में मृतक का शव भी बरामद किया गया। एजेंसियों ने तमाम फॉरेंसिक एवं नवीन तकनीक का इस्तेमाल किया और आरोपियों के खिलाफ मजबूत एवं अकाट्य सबूत एकत्र किए गए।

इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भी स्पष्ट किया था कि दोषियों को कठोरतम सजा सुनिश्चित करवाई जाएगी। उनके निर्देश पर जांच और न्यायिक प्रक्रिया को लेकर पीड़ित परिवार की सहमति से ही सभी कार्यवाही आगे बढ़ाई गई। जांच के विस्तृत दायरे और गवाहों एवं सबूतों की बड़ी संख्या होने के बावजूद न्यूनतम समय में न्याय सबके सामने आया है। भारतीय जनता पार्टी भी सेशन कोर्ट के इस निर्णय का सम्मान करते हुए संतोष व्यक्त करती है।

See also  सीएम की घोषणाओं को लेकर मुख्य सचिव ने की समीक्षा

उन्होंने राजनैतिक दलों, सामाजिक संस्थाओं और सभी पक्षों से इस दुखद प्रकरण को गंभीरता और संवेदनशीलता से लेने का आग्रह किया है। पारदर्शी एवं ईमानदार भारतीय न्यायिक प्रक्रिया के इस निर्णय को लेकर सबको, बेहद जिम्मेदारी से प्रतिक्रिया देने की जरूरत है।