डोईवाला विधानसभा के अंतर्गत सेबूवाला सहित कई गांवों को जोड़ने वाली जाखन नदी की पुलिया टूटने से ग्रामीणों को जोखिम उठाना पड़ रहा है। कांग्रेस परवादून जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने टूटे पुल से होते हुए जाखन नदी को पार किया और ग्रामीणों से मुलाकात की। उनियाल ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से जाखन नदी पर पुलिया बनाने की मांग की है। उनियाल ने बताया, सेबूवाला गांव पर सरकारी सिस्टम की अव्यवस्थाओं की मार पड़ रही है। करीब दो साल पहले कालबन-इठारना मोटरमार्ग के निर्माण को मलबा फेंके जाने से जाखन नदी का बहाव रुकने से झील बन गई थी। मलबे से सेबूवाला गांव की लगभग छह दशक पुराना सिंचाई सिस्टम ध्वस्त हो गया था। इस गांव में 24 घंटे पहुंचने वाला पानी बंद हो गया था। गांव में बने किसान मेहर सिंह के मछली पानी के तालाब सूखने पर उनको भारी नुकसान उठाना पड़ा।
उन्होंने बताया, गांव की लगभग तीन एकड़ से ज्यादा खेती को लगभग दो साल तक सरकारी सिस्टम की अनदेखी का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों के अथक प्रयासों की वजह से सिंचाई व्यवस्था बहाल हो सकी। हालांकि ग्रामीणों को अभी डर सता रहा है कि कहीं जाखन में ज्यादा पानी आने से उनकी सिंचाई व्यवस्था ध्वस्त न हो जाए।
उनियाल ने बताया, अब जाखन नदी की पुलिया टूट गई है, जबकि ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन के समक्ष पुलिया टूटने का अंदेशा जताया था, पर कार्यवाही नहीं हो पाई। इन दिनों बरसात में नदी में ज्यादा पानी आने से आवागमन ठप हो जाता है। ग्रामीणों को जोखिम उठाकर नदी पार करनी पड़ रही है। क्षेत्रीय किसान महर सिंह मनवाल,उर्मिला मनवाल,गीता मनवाल,देवेंद्र सिंह मनवाल,वीर सिंह रावत ने प्रशासन से सेबूवाला की पुलिया के निर्माण की मांग की है।
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