पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धामी को ध्यान लगाने की सलाह दी है। साथ ही बीजेपी की डबल इंजन सरकार पर तीखा हमला बोला है। हरीश ने कैलाश मानसरोवर यात्रा से जुड़े कुछ सवाल उठाए हैं जिनका सीधा सरोकार उत्तराखंड से है। हरीश रावत ने पहले पीएम और फिर सीएम पुष्कर धामी की आदि कैलाश यात्रा को लेकर भी तंज कसा है। हरीश रावत ने सुझाव सीएम धामी को नहीं बल्कि अपने धामी यानी धारचूला से कांग्रेस विधायक हरीश धामी को दी है। हरीश रावत ने लिखा है पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने #आदि_कैलाश क्षेत्र में #पार्वती_कुंड के पास ध्यान लगाया, अब उनका अनुसरण करते माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड ने भी ध्यान लगाया। निश्चय ही उनके इस कार्य के प्रचार-प्रसार से आदि कैलाश परंपरागत यात्रा को बढ़ावा मिला है, मगर इस ध्यान में प्रायश्चित का भी समावेश होना चाहिए उत्तराखंड की गौरव अंतर्राष्ट्रीय तीर्थयात्रा #कैलाश_मानसरोवर इसी भू-भाग से होकर गुजरती थी, हमने प्रयास किया था की #यूनेस्को भी उसकी प्राचीनता को और उसकी महत्व को देखते हुए उसको मान्यता प्रदान करेगी।
मोदी सरकार ने उत्तराखंड से छीना ‘गौरव’- हरीश रावत
धन्य है मोदी सरकार आपने हमसे हमारा गौरव कैलाश मानसरोवर यात्रा छीन ली उसका दुष्प्रभाव जो तकलाकोट, सांगरू क्षेत्र से चीन के साथ हमारा व्यापार था वो भी कु-प्रभावित हुआ है, हमने वर्ष 2015-16 में मुंजी, कुटी, गर्बयांग, नपलच्यू इस सारे क्षेत्र में सांस्कृतिक होम स्टे प्रारंभ किया था, यहां की भवन शैली को प्रोत्साहन देने की नीति संस्कृति विभाग से बनवाई थी, आपने इस नीति को भी तिलांजलि दे दी है। ये क्षेत्र केवल पर्यटन के क्षेत्र नही है हमारी सांस्कृतिक धरोहर के क्षेत्र भी है, अभूतपूर्व है हमारी चौदास – ब्यास की रंग संस्कृति. मैं सावधान भी करना चाहता हूं स्थानीय लोगों को जहां-2 भाजपा की नजर पड़ी है वहां-2 की जमीनें बिकी है, मैं मरना पसंद करूंगा इस समाचार को सुनने के बजाए की सियालेख क्षेत्र में, चांगरू क्षेत्र में, गर्बयान क्षेत्र में,आदि कैलाश क्षेत्र में, नपलच्यु में किसी ने अपनी जमीन किसी गैर को बेच दी है
धारचूला विधायक धामी को सुझाव
हमारे पास भी एक #धामी है जिसने अपनी पूरी धमक के साथ विकास के काम करवाए है Harish Dhami ! मैं उनको सुझाव देना चाहता हूं, उनके सहयोगियों को भी की वो भी कैलाश मानसरोवर यात्रा कहां खो गई है उसके लिए ध्यान लगाने के लिए इस क्षेत्र में ध्यान लगाकर मुख्यमंत्री को बाध्य करे, राज्य सरकार ने इस गौरव यात्रा को पूरे तरीके से विस्मृत (भूला ) दिया है। ये #इंदिरा_गांधी जी की सौगात थी मुझे और डॉक्टर #सुब्रमण्यम_स्वामी जी को जब पुनः प्रारंभ हुई थी ये यात्रा तो पहले जत्थे के साथ #कैलाश_मानसरोवर की परिक्रमा करने और गुडला मानदाता सहित कैलाश की मानसरोवर में अद्भुत छवि को देखने का सौभाग्य मिला था। मानसरोवर का अति शुद्ध शक्ति वर्धक पवित्र पानी भी पिया था, मां पार्वती कुंड के जल के छींठे भी अपने शरीर में डाले थे।
जय कैलाश, जय मानसरोवर।
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